भारत, कनाडा एफटीए वार्ता फिर शुरू करने पर सहमत: गोयल
punjabkesari.in Monday, Nov 24, 2025 - 02:28 PM (IST)
नई दिल्लीः वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि भारत और कनाडा मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) के लिए बातचीत फिर से शुरू करने पर सहमत हो गए हैं। इसका मकसद 2030 तक द्विपक्षीय व्यापार को 50 अरब डॉलर तक बढ़ाना है। गोयल ने सोमवार को यहां एक कार्यक्रम में कहा कि एफटीए या व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौते (सीईपीए) में कई रणनीतिक पहलू होते हैं और यह दोनों देशों के बीच विश्वास को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि इस समझौते से दोनों पक्षों के निवेशकों और कारोबारियों का विश्वास बढ़ेगा। मंत्री ने कहा, ‘‘हम उच्च-महत्वाकांक्षी सीईपीए पर वार्ता शुरू करने और 2030 तक दोनों देशों के बीच व्यापार को दोगुना करने पर सहमत हुए हैं।'' उन्होंने कहा कि दोनों देश स्वाभाविक सहयोगी हैं और एक-दूसरे के साथ प्रतिस्पर्धा नहीं करते हैं। गोयल ने कहा कि भारत और कनाडा की ताकतें व्यवसायों एवं निवेशकों के लिए एक महत्वपूर्ण शक्ति बन सकती हैं।
मंत्री ने कहा, ‘‘हम कनाडा से बहुत कुछ सीख सकते हैं और कनाडा को बहुत कुछ दे सकते हैं। महत्वपूर्ण खनिजों और महत्वपूर्ण खनिजों की प्रसंस्करण प्रौद्योगिकियों में अपार संभावनाएं हैं। परमाणु ऊर्जा के क्षेत्र में, खासकर यूरेनियम आपूर्ति के क्षेत्र में कनाडा के साथ हमारे सहयोग को लेकर अच्छी संभावनाएं हैं।'' उन्होंने कहा, ‘‘हम दोनों ओर अपनी आपूर्ति शृंखलाओं में विविधता ला सकते हैं।'' कनाडा ने 2023 में भारत के साथ मुक्त व्यापार समझौते पर बातचीत रोक दी थी। 2023 में हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारत के संभावित संबंध होने के कनाडा के तत्कालीन प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के आरोपों के बाद दोनों देशों के संबंधों में तनाव उत्पन्न हुआ था। भारत ने ट्रूडो के आरोपों को ‘‘बेतुका'' बताते हुए खारिज कर दिया था। मार्च 2022 में दोनों देशों ने एक अंतरिम समझौते के लिए वार्ता फिर से शुरू की थी, जिसे आधिकारिक तौर पर प्रारंभिक प्रगति व्यापार समझौता (ईपीटीए) कहा गया था।
व्यापार समझौते पर अब तक छह से अधिक दौर की वार्ता हो चुकी है। आम तौर पर किसी व्यापार समझौते में दो देश अपने बीच व्यापार की अधिकतम वस्तुओं पर सीमा शुल्क में उल्लेखनीय कमी करते हैं या उसे समाप्त कर देते हैं। वे सेवाओं में व्यापार को बढ़ावा देने और निवेश आकर्षित करने के लिए मानदंडों को भी उदार बनाते हैं। कनाडा को भारत का निर्यात 2024-25 में 9.8 प्रतिशत बढ़कर 4.22 अरब अमेरिकी डॉलर हो गया जो 2023-24 में 3.84 अरब अमेरिकी डॉलर था। वहीं आयात 2.33 प्रतिशत घटकर 4.44 अरब अमेरिकी डॉलर रह गया जो 2023-24 में 4.55 अरब अमेरिकी डॉलर था। जून में कनाडा के कनानसकीस में जी-7 शिखर सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अपने कनाडाई समकक्ष मार्क कार्नी के साथ हुई बातचीत के बाद दोनों देशों के बीच संबंधों में नई ऊर्जा आई। भारत और कनाडा के बीच वस्तुओं एवं सेवाओं का द्विपक्षीय व्यापार 2023 में 18.38 अरब अमेरिकी डॉलर का था। कनाडा में लगभग 29 लाख भारतीय प्रवासी और 4,27,000 से अधिक भारतीय छात्र हैं।
व्यापारिक संबंधों को गति देने के लिए गोयल ने कनाडा के निर्यात संवर्धन, अंतरराष्ट्रीय व्यापार एवं आर्थिक वृद्धि मंत्री मनिंदर सिद्धू के साथ दो दौर की चर्चा की है। सिद्धू हाल ही में यहां यात्रा पर आए थे। दोनों मंत्रियों ने इस महीने की शुरुआत में यहां व्यापार एवं निवेश पर भारत-कनाडा मंत्रिस्तरीय संवाद (एमडीटीआई) की सह-अध्यक्षता भी की थी। गोयल ने कहा, ‘‘ हम डेटा सेंटर, क्वांटम कंप्यूटिंग, मशीन लर्निंग सभी नए युग की प्रौद्योगिकियों के साथ एआई (कृत्रिम मेधा) जैसी उभरती प्रौद्योगिकियों पर ध्यान केंद्रित कर सकते हैं जहां भारत के पास एआई उभरती प्रौद्योगिकियों का लाभ उठाने के इच्छुक निवेशकों के लिए बहुत ही रणनीतिक लाभ हैं।'' उन्होंने दोनों देशों के बीच बातचीत को ठोस परिणामों में बदलने की आवश्यकता पर बल दिया।
गोयल ने कहा, ‘‘हमें ‘सीईओ फोरम' को सक्रिय करना होगा और 2026 की पहली तिमाही में इसे फिर से शुरू करना होगा क्योंकि व्यापार से व्यापार संपर्क से, सरकारी संबंधों को बढ़ाने में मदद मिलेगी।'' उन्होंने कहा कि एसीआईटीआई (ऑस्ट्रेलिया-कनाडा-भारत प्रौद्योगिकी और नवाचार) साझेदारी को पूरी गंभीरता के साथ आगे बढ़ाया जाना चाहिए। मंत्री ने कहा, ‘‘हम संयुक्त नवाचार पर विचार कर सकते हैं।'' उन्होंने कहा कि ऐसे क्षेत्रों की पहचान करने की जरूरत है जहां दोनों पक्ष सहयोग बढ़ा सकते हैं जैसे महत्वपूर्ण खनिज, महत्वपूर्ण ऊर्जा, एयरोस्पेस और रक्षा क्षमताएं और भारत में विनिर्माण..।
