जापान ने तोड़ा 30 साल का रिकॉर्ड, ब्याज दर 2.8%, भारत पर क्या होगा असर?
punjabkesari.in Thursday, Nov 20, 2025 - 05:54 PM (IST)
बिजनेस डेस्कः जापान ने 30 साल बाद ब्याज दरों में बड़ा इजाफा कर दुनिया भर के बाजारों को चौंका दिया है। देश की उधारी दर बढ़कर 2.8% हो गई है, जिससे दशकों से निवेशकों को मुनाफा देने वाला ‘येन कैरी ट्रेड’ अब संकट में पड़ गया है। इन्वेस्टमेंट बैंकर सार्थक आहूजा ने इसे “बहुत बड़ी तबाही” बताया है।
पहले जापान की ब्याज दरें करीब 0% होती थीं, जिससे बड़े संस्थान सस्ता येन उधार लेकर अमेरिका और भारत जैसे बाजारों में 4-8% रिटर्न कमाते थे। अगर दरें 3% पार करती हैं, तो जापान का कर्ज (जो जीडीपी का 2.5 गुना है) संभालना मुश्किल हो सकता है। इस बदलाव से घबराए निवेशक विदेशी एसेट बेचकर जापान की उधारी चुकाने की कोशिश कर सकते हैं, जिसका असर वैश्विक शेयर बाजारों पर दिख सकता है।
ब्याज दरें क्यों बढ़ीं?
25 साल में पहली बार जापान में महंगाई 2.5% से ऊपर गई है, जबकि रियल वेज नहीं बढ़े। कीमतों को काबू में रखने के लिए बैंक ऑफ जापान ब्याज दरें बढ़ाने को मजबूर है। अगस्त 2024 में केवल 0.25% बढ़ोतरी से ही निक्केई 12% टूट गया था।
भारत पर क्या असर?
- सस्ती पूंजी की उपलब्धता घट सकती है
- जापानी निवेशक पैसा वापस जापान ले जा सकते हैं
- भारतीय शेयर और बॉन्ड बाजार में जापानी निवेश की रफ्तार धीमी पड़ सकती है
- कैरी ट्रेड का मुनाफा घटने से ग्लोबल फंड फ्लो प्रभावित होगा
आहूजा ने निवेशकों को सलाह दी है—“इस समय जोखिम भरे दांव से बचें, पूंजी की सुरक्षा ज्यादा जरूरी है।”
