GOLD में आएगी बड़ी गिरावट, 9 जुलाई तक कीजिए इंतजार, जानें Commodity Experts ने क्या कहा?
punjabkesari.in Thursday, May 29, 2025 - 03:37 PM (IST)

बिजनेस डेस्कः शादी-ब्याह के इस मौसम में सोना अब भी 95,000 रुपए प्रति 10 ग्राम के ऊपर बना हुआ है, जिससे ग्राहकों और निवेशकों की जेब पर दबाव बना हुआ है। एक समय यह 1 लाख रुपए का आंकड़ा पार कर चुका था और अब सभी की निगाहें इस सवाल पर टिकी हैं- क्या सोना फिर से 90 हजार से नीचे आएगा?
कमोडिटी विशेषज्ञों का मानना है कि 9 जुलाई के बाद सोने के दामों में गिरावट आ सकती है। उस समय तक वैश्विक टैरिफ से जुड़ी अनिश्चितताएं दूर हो जाएंगी और सोने पर बना दबाव कम होगा।
क्या है 9 जुलाई की अहमियत?
दरअसल, अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के कार्यकाल के दौरान कई देशों पर आयात शुल्क (टैरिफ) लगाने की घोषणा हुई थी। हालांकि बाद में उन्होंने इसकी समयसीमा को 9 जुलाई तक टाल दिया। ऐसे में माना जा रहा है कि 9 जुलाई के बाद वैश्विक बाजार में स्पष्टता आने से निवेशक 'सेफ हैवन' माने जाने वाले सोने से बाहर निकल सकते हैं, जिससे कीमतों में गिरावट संभव है।
कीमतों में कितनी गिरावट संभव है?
विशेषज्ञों के अनुसार, अभी सोना 3,270 डॉलर प्रति औंस के करीब चल रहा है, जो कि संभावित रूप से 3,000 डॉलर तक गिर सकता है। अगर ऐसा हुआ तो घरेलू खुदरा बाजार में सोने की कीमत 90,000 रुपए प्रति 10 ग्राम से नीचे आ सकती है।
टैरिफ स्पष्टता से बाजार को मिलेगा भरोसा
एक बार जब टैरिफ वॉर को लेकर स्थिति स्पष्ट हो जाएगी, तो ग्लोबल मार्केट में अस्थिरता कम होगी। इससे निवेशकों का रुझान शेयर और करेंसी जैसे अन्य विकल्पों की तरफ मुड़ेगा और गोल्ड की डिमांड घटेगी।
डॉलर और करेंसी बाजार को भी मिलेगा फायदा
टैरिफ वॉर की अनिश्चितता दूर होते ही करेंसी बाजार में भी मजबूती की उम्मीद है। डॉलर इंडेक्स में सुधार और अन्य मुद्राओं की मजबूती से सोने की चमक थोड़ी फीकी पड़ सकती है, जिससे कीमतों में गिरावट आना तय माना जा रहा है।