‘घर के गहने’ बेचने के विपक्ष के आरोप का वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने दिया यह जवाब
punjabkesari.in Monday, Feb 08, 2021 - 10:46 AM (IST)
बिजनेस डेस्कः वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट में निजीकरण पर जोर दिए जाने को लेकर विपक्ष के 'परिवार के गहने बेचने' के आरोप को रविवार को निरर्थक करार दिया। उन्होंने कहा कि पहले की सभी सरकारों ने विनिवेश किया है। वित्त मंत्री ने मुंबई में कारोबारियों की एक बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार ने तो एक बार में एक कंपनी बेचने के बजाए इस बारे में स्पष्ट नीति तैयार की है, कि किन कंपनियों का विनिवेश किया जाना चाहिए और किन रणनीतिक क्षेत्रों को नहीं छुआ जाना चाहिए।
बजट में सार्वजनिक क्षेत्र के दो बैंकों और एक सरकारी बीमा कंपनी को बेचने का प्रस्ताव किया गया है। विपक्ष लगातार इसकी आलोचना कर रहा है। विपक्ष ने इसे परिवार के गहने बेचना करार दिया है। वित्त मंत्री ने कहा, ''जो विपक्ष का आरोप है कि घर के गहने बेचे जा रहे हैं, ऐसा नहीं है। घर के जेवर को ठोस बनाया जाता है, इसे हमारी ताकत होनी चाहिए। चूंकि आपने इतने खराब तरीके से इनपर खर्च किया कि इनमें से कई चल पाने में सक्षम नहीं हैं। कुछ ऐसे हैं, जो बेहतर कर सकते हैं लेकिन उनके ऊपर पर्याप्त ध्यान नहीं दिया गया।''
उन्होंने कहा कि अतीत के समाजवादी मुहर वाले सुधारों के बाद भी कारोबार बाधित हुआ। कई सरकारी कंपनियां ऐसी हैं, जिनके पास पेशेवर विशेषज्ञता की कमी है। अभी कुछ सरकारी कंपनियां ऐसे क्षेत्रों में कारोबार कर रही हैं, जो रणनीतिक लिहाज से महत्वपूर्ण नहीं हैं। वित्त मंत्री ने कहा कि सरकार का उद्देश्य इस नीति के माध्यम से ऐसे उपक्रमों को सक्षम बनाना है। उन्होंने कहा, ''आपको उनकी आवश्यकता है, आपको उन्हें बड़े पैमाने पर ले जाने की आवश्यकता है ताकि वे बढ़ते भारत की आकांक्षाओं को पूरा करें।''