यात्रियों पर बढ़ेगा बोझ, महंगी हो सकती है हवाई यात्रा

punjabkesari.in Friday, Jan 05, 2018 - 11:31 AM (IST)

नई दिल्लीः अगर आप ज्यादा हवाई यात्रा करते हैं तो आपको यह खबर निराश कर सकती है। आने वाले दिनों में आपको जेब कुछ और ढीली करने के लिए तैयार रहना चाहिए। दरअसल कच्चे तेल के दाम चढ़ने और गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स के कारण कामकाज की लागत में बढ़ोतरी के चलते एयरलाइंस किराए में कम से कम 13 फीसदी का इजाफा कर सकती हैं।

GST के दायरे में लाना चाहिए जेट फ्यूल
एयरलाइंस की कामकाजी लागत 27 फीसदी बढ़ गई है। किराए में बढ़ोतरी मुख्य तौर पर यात्रा के कुछ समय पहले बुक किए जाने वाले टिकटों पर होगी। स्पाइसजेट के सीएमडी अजय सिंह ने कहा, 'काफी डिमांड पहले से चली आ रही है। मुझे लगता है कि किराए बढ़ेंगे। लागत बढ़ रही है क्योंकि फ्यूल महंगा हो रहा है। जी.एस.टी. से भी लागत बढ़ गई है।' उन्होंन कहा कि भारत में एविएशन की ग्रोथ में मदद देने के लिए 'सरकार को जेट फ्यूल को भी जी.एस.टी. के दायरे में लाने पर विचार करना चाहिए। उसे इसके लिए इनपुट टैक्स क्रेडिट देने पर गौर करना चाहिए।' उन्होंने कहा कि जेट फ्यूल की कीमतों में लगभग 16 फीसदी और दूसरी लागत में करीब 7 फीसदी बढ़ोतरी के चलते एविएशन इंडस्ट्री के लिए कॉस्ट बढ़ गई है।

मार्च के बाद दिखेगी किराए में बढ़ोतरी
इंडियन ऑयल की वेबसाइट पर जेट फ्यूल की कीमतों पर नजर डालें तो पता चलता है कि अगस्त 2017 से इसमें बढ़ोतरी हो रही है। अगस्त में इसका दाम 48110 रुपए प्रति किलोलीटर था। जनवरी 2018 में यह 19 फीसदी बढ़कर 57460 रुपए प्रति किलोलीटर हो गया। जानकारी के अनुसार किराए में असल बढ़ोतरी इस साल मार्च के बाद शुरू होगी। एक विमानन कंपनी के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, 'कामकाजी लागत बढ़ी है तो किराया भी बढ़ना चाहिए, लेकिन मार्च तक यह बढ़ोतरी ज्यादा महसूस नहीं होगी क्योंकि एयरलाइंस के लिए यह नॉन-पीक क्वॉर्टर होता है। बढ़ोतरी मार्च के बाद होगी, जब ट्रैवल का पीक सीजन शुरू होगा।'


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