स्टॉक और Gold में रिटर्न की संभावना कम होने पर क्रिप्टोकरेंसी की ओर लौटे HNI, बिटकॉइन-एथेरियम में दिखाया भरोसा
punjabkesari.in Thursday, Jul 17, 2025 - 05:29 PM (IST)

बिजनेस डेस्कः भारत में हाई नेटवर्थ इंडिविजुअल्स (HNI) और फैमिली ऑफिस अब तेजी से क्रिप्टो एसेट्स की ओर आकर्षित हो रहे हैं। इसकी प्रमुख वजह यह है कि उन्हें स्टॉक, गोल्ड और बॉन्ड जैसे पारंपरिक निवेश माध्यमों में फिलहाल आकर्षक रिटर्न की संभावना कम नजर आ रही है।
ट्रंप की वापसी और क्रिप्टो का उछाल
क्रिप्टोकरेंसी में इस बढ़ते रुझान को डोनाल्ड ट्रंप की क्रिप्टो समर्थक नीतियों और बिटकॉइन की लगातार बढ़ती कीमतों से बल मिला है। इस हफ्ते बिटकॉइन ने 120,000 डॉलर का नया ऑल-टाइम हाई छू लिया, जो पिछले एक साल में 90% की वृद्धि दर्शाता है।
CoinSwitch में HNI और इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टमेंट्स के वाइस प्रेसिडेंट अतुल अहलूवालिया ने कहा, "पिछले 6 महीनों में हमने देखा है कि HNI और फैमिली ऑफिस अब डिजिटल एसेट्स को अपने पोर्टफोलियो में शामिल कर रहे हैं। अब चर्चा 'क्रिप्टो क्यों?' से आगे बढ़कर 'कितना और कहां निवेश करें?' पर पहुंच चुकी है।"
भारत बना क्रिप्टो अपनाने में ग्लोबल लीडर
क्रिप्टो अपनाने के मामले में भारत लगातार दूसरे साल दुनिया में शीर्ष पर रहा है। वर्ष 2024 में देश में क्रिप्टो निवेशकों की संख्या 11.9 करोड़ पार कर गई, जो वैश्विक स्तर पर सबसे अधिक है।
निवेश के पीछे की प्रमुख वजहें
- पारंपरिक निवेश माध्यमों में सीमित लाभ की संभावना
- डिजिटल एसेट्स में उच्च रिटर्न की उम्मीद
- अमेरिकी नीतियों में क्रिप्टो के प्रति सकारात्मकता
HNI पोर्टफोलियो में कौन से क्रिप्टो सबसे ऊपर?
Mudrex के CEO प्रांजल अग्रवाल के अनुसार, HNI निवेशकों के क्रिप्टो पोर्टफोलियो का लगभग 70% हिस्सा Bitcoin, Ethereum और Solana जैसे लोकप्रिय कॉइनों में है। बिटकॉइन ने अमेरिकी और भारतीय बेंचमार्क इंडेक्स को बीते वर्ष में बड़ी मजबूती से पछाड़ा है।