ग्रामीण इलाकों में 50 प्रतिशत घटी गोल्ड की डिमांड

punjabkesari.in Wednesday, Jan 09, 2019 - 10:51 AM (IST)

कोलकाता: गोल्ड की कीमतों में बढ़ौतरी के साथ ही रूरल इंडिया से इसकी डिमांड में मध्य दिसम्बर के बाद से 50 प्रतिशत की कमी आई है। इसके पीछे कीमतों में बढ़ौतरी के अलावा कृषि समुदाय के पास कैश की कमी को भी मुख्य वजह के रूप में देखा जा रहा है।  देश में गोल्ड की कुल सालाना खपत में 60 प्रतिशत हिस्सा कृषि समुदाय का है। मांग में इस कमी के चलते डीलर्स इस हफ्ते 10 से 12 डॉलर प्रति औंस के डिस्काऊंट पर गोल्ड को ऑफर कर रहे हैं। पिछले हफ्ते यह डिस्काऊंट 8 डॉलर प्रति औंस था।

बुलियन फैडरेशन के सैक्रेटरी हरेश आचार्य ने बताया कि देश के ग्रामीण हिस्सों में गोल्ड की काफी कम मांग है। आमतौर पर पूरे देश में गोल्ड की रोजाना 250 से 300 किलोग्राम की खपत होती है लेकिन अब यह कम होकर 50 से 100 किलोग्राम रह गई है। कैश की किल्लत डिमांड को प्रभावित कर रही है। 

यू.पी. में बरेली जिले के सर्राफा एसोसिएशन के राजकुमार अग्रवाल ने भी गौरी की बातों से सहमति जताई। उन्होंने कहा कि गोल्ड की मांग काफी गिर गई है। किसानों के हाथ में पैसा नहीं है इसलिए वे गोल्ड में निवेश करने से बच रहे हैं। सरकार ने फसलों के लिए मिनिमम सपोर्ट प्राइस को तो जरूर बढ़ा दिया है लेकिन किसान सही दाम नहीं मिलने की शिकायत कर रहे हैं। जब तक कैश फ्लो बेहतर नहीं होता है, तब तक हमें गोल्ड की मांग में बढ़ौतरी की उम्मीद नहीं है। 


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Isha

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