23 साल की उम्र में शुरू की कंपनी, आज है करोड़ो का मालिक

punjabkesari.in Tuesday, Aug 29, 2017 - 02:52 PM (IST)

नई दिल्लीः कहते है अगर सच्चे मन और मेहनत से कोई काम किया जाएं, तो उसमें आपको सफलता जरूर मिलती है। एेसे ही है नोएडा के संदीप खेर, उन्होंने नोएडा बेस्ड 885 करोड़ रुपए की वैल्यू वाली कंपनी 'कॉन्सेप्ट ऑटोमोबील' के प्रमोटर और डायरेक्टर ने ऑटोमोबील वर्ल्ड में जर्नी शुरू की।

1994 में कॉन्सेप्ट ऑटोमोबील की शुरुआत छोटी कारों और कार लोन एजेंसी बिजनस से शुरुआत हुई। शुरुआत में इस कंपनी के पास करोल बाग में 400 स्क्वॉयर का आॅफिस स्पेस था। संदीप ने 23 साल की छोटी उम्र में इस कंपनी की शुरुआत की थी। उस वक्त इसकी शुरुआत किसी बिजनस आॅप्शन को दिमाग में रखकर नहीं की गई थी।  वक्त गुजरता गया और संदीप खेर ने उम्मीद से कहीं ज्यादा तेजी से बिजनस में तरक्की की।

मेरे बिजनेस से मिली पिता जी को खुशी 
संदीप ने बताया कि मेरे पिता ने 1979 में शराब का बिजनस शुरू किया था लेकिन इस बिजनस में जिस तरह का माहौल और वर्क कंडिशन चाहिए थी, वह मेरे पिता जी के मिजाज से विपरीत था। वह बिल्कुल नहीं चाहते थे कि फैमिली का कोई भी सदस्य इस बिजनस को जॉइन करे। जब हमने नया बिजनस स्थापित कर दिया, तब उन्हें काफी खुशी हुई।''

कई बार मिल चुके आवार्ड
संदीप के मुताबिक हम हर महीने कम से कम 400 कार ग्राहकों को लोन देते थे। कई बार हमें बेस्ट मार्केटिंग और सेल्स असोसिएट के अवॉर्ड भी मिले।''2005 में संदीप को अहसास हुआ कि उन्होंने बिजनस में वह मुकाम हासिल कर लिया है कि अब वह मार्केट में बड़ी कंपनियों के साथ कॉम्पीट कर सकते हैं। संदीप ने बदलते वक्त के साथ खुद को बिजनस सिचुएशंस के हिसाब से ढाला। 2005 में उन्होंने तीन कंपनियों, टाटा मोटर्स, होंडा 2 वीलर्स और महिंद्रा ऐंड महिंद्रा में डीलरशिप्स के लिए अप्लाई किया।

ऐसे मिली कार डीलरिशप
संदीप खेर का मानना है कि कार फाइनैंसिंग में उनका अच्छा बैकग्राउंड और परिवार के सपॉर्ट के चलते ही उनको डीलरशिप मिली। उन दिनों दिल्ली एनसीआर में महिंद्रा ऐंड महिंद्रा के केवल चार डीलर्स ही थे। कॉन्सेप्ट ऑटोमोबील इस एरिया में पांचवां डीलर बना। कुछ सालों बाद, उनको ह्यूंदै की डीलरशिप भी मिल गई।

संदीप अपने बिजनस पर रखते हैं पैनी नजर
संदीप के मुताबिक, वह अपने बिजनस पर पैनी नजर रखते हैं। उन्होंने एक स्पेशल अकाउंटेंट हायर किया, जिसका काम तीन दिनों की बैलेंस शीट बनाना है। इसमें स्टॉक्स, लाएबिलिटीज, डेबिट्स और फंड्स अादि की जानकारी शामिल होती है। उन्होंने 50 ऐसे लोगों की टीम बनाई है जो कि सिर्फ इंश्योरेंस बिजनस को देखती है। इसके जरिए उन्होंने हर महीने तकरीबन 400 कारें बेचने का टार्गेट रखा है।

यह उनकी शोरूम सेल्स के मुकाबले 80 से 85 फीसदी है। इसी तरह उन्होंने कार लोन्स के लिए एक अलग टीम बनाई है। संदीप ने कम से कम 50 पर्सेंट कस्टमर्स को कार लोन बेचने का लक्ष्य रखा है। इन दोनों बिजनस से संदीप के कुल बिजनस का 40 फीसदी हिस्सा आ जाता है। इसमें 25 फीसदी रेवन्यू कार इंश्योरेंस और 15 फीसदी कार लोन्स से आता है। 
 


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