Soap Price Increase: कंपनियों ने बढ़ाई साबुन की कीमतें, इस कारण ग्राहकों पर बढ़ा बोझ
punjabkesari.in Saturday, Nov 30, 2024 - 11:55 AM (IST)
बिजनेस डेस्कः रोजमर्रा के इस्तेमाल का सामान बनाने वाली प्रमुख कंपनियों जैसे एचयूएल और विप्रो ने पामतेल की कीमतों में हुई भारी वृद्धि के चलते साबुन की कीमतों में 7-8% की बढ़ोतरी की है। पामतेल जो साबुन बनाने का एक प्रमुख कच्चा माल है, की कीमतों में 35-40% तक इजाफा हुआ है, जिससे कंपनियों को अपने मार्जिन बचाने के लिए यह कदम उठाना पड़ा। पामतेल, चाय, और अन्य कच्चे माल की बढ़ती कीमतों के चलते ग्राहकों को आवश्यक वस्तुओं के लिए ज्यादा कीमत चुकानी पड़ रही है।
विप्रो का बयान
विप्रो कंज्यूमर केयर के सीईओ नीरज खत्री ने बताया, "साल की शुरुआत से साबुन के कच्चे माल की कीमतों में 30% से अधिक वृद्धि हुई है। इसका प्रभाव संतुलित करने के लिए सभी प्रमुख कंपनियों ने कीमतें बढ़ाई हैं।" विप्रो के लोकप्रिय ब्रांड संतूर भी इस बढ़ोतरी से प्रभावित हुए हैं।
HUL के उत्पाद भी हुए महंगे
हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड (एचयूएल) ने भी अपने साबुन और चाय उत्पादों की कीमतों में इजाफा किया है। इसके ब्रांड्स जैसे डव, लक्स, लाइफबॉय, पीयर्स और रेक्सोना के तहत आने वाले उत्पाद अब महंगे हो गए हैं।
उत्पादों के दाम
साबुन दाम पहले अब
लक्स (5 का पैक) 145 रुपए 155 रुपए
लाइफबॉय (5 का पैक) 155 रुपए 165 रुपए
पीयर्स (4 का पैक) 149 रुपए 162 रुपए
पामतेल की बढ़ती कीमतें
इंडोनेशिया और मलेशिया से आयात होने वाले पामतेल की कीमतें 1370 रुपए प्रति 10 किलोग्राम तक पहुंच गई हैं। इंपोर्ट ड्यूटी और वैश्विक बाजार में बढ़ती मांग ने इस कीमत वृद्धि को और तेज किया है।
उपभोक्ताओं पर असर
चाय की कीमतें भी मौसम की अनिश्चितताओं के कारण बढ़ी हैं, जिससे उपभोक्ताओं का घरेलू बजट प्रभावित हो रहा है। विशेषज्ञों के अनुसार, अन्य कंपनियां भी जल्द ही कीमतों में बढ़ोतरी कर सकती हैं।