कोका-कोला भारत में पहली बार किसी स्टार्टअप में करेगी निवेश, स्विगी-जोमैटो को मिलेगी टक्कर

punjabkesari.in Monday, Apr 17, 2023 - 12:03 PM (IST)

नई दिल्लीः कोल्ड्रिंक बनाने वाली कंपनी कोका-कोला ऑनलाइन फूड ऑर्डरिंग प्लेटफॉर्म थ्राइव में हिस्सेदारी खरीदने के लिए तैयार है। थ्राइव एक फूड सर्च और डिलीवरी प्लेटफॉर्म है, जिसकी 5,500 से अधिक रेस्तरां के साथ पार्टनरशिप है और यह स्विगी और जोमैटो के साथ सीधे कंपटीशन करता है। सूत्रों के मुताबिक, यह भारत में स्टार्टअप में कोका-कोला का पहला निवेश होगा लेकिन इसके सौदे के बारे में अभी तक कोई सटीक आंकड़ा मिला है।

इसके अलावा यह निवेश कोका-कोला को उनके कॉम्पटीटर के खिलाफ कंपनी को आगे बढ़ाएगा क्योंकि यह ग्राहकों को केवल कोका-कोला के कोल्ड्रिंक प्रोडक्ट के साथ-साथ थ्राइव ऐप पर किए गए भोजन के ऑर्डर देने के लिए भी प्रेरित करेगा। इससे उन्हें ऑर्डर कस्टमाइज करने, पैकेज डील और भोजन बेचने में मदद करेगा। 2021 के अंत में डोमिनोज के संचालक जुबिलेंट फूडवर्क्स ने थ्राइव में 35% हिस्सेदारी लगभग 24.75 करोड़ रुपए में खरीदी थी। तब उसने कहा था कि यह ग्राहकों को सीधे डिलीवरी देने में मदद करेगा और साथ ही इसे ग्राहक डेटा तक पहुंच प्रदान करेगा।

बता दें कि अब तक, कोका-कोला- जो पैकेज्ड कोक और थम्स अप एरेटेड ड्रिंक्स, मिनट मेड जूस, जॉर्जिया कॉफी और किनले वॉटर बेचती है। उन्होंने केवल फास्ट फूड चेन मैकडॉनल्ड्स के साथ वैश्विक पार्टनरशिप का चयन किया है, जो केवल कोका-कोला कोल्ड्रिंक बेचती है। कोका-कोला इंडिया ने इस मामले पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। थ्राइवनाउ का संचालन करने वाले हैशटैग लॉयल्टी के को-फाउंडर ध्रुव दीवान ने भी इस मामले पर कुछ कहने से इनकार कर दिया है।

एक बड़ा अवसर देख रही कंपनी

पिछले साल सितंबर में, कोका-कोला ने भारत में कोक इज कुकिंग नाम से अपना वैश्विक भोजन मंच लॉन्च किया था, जिसकी शुरुआत कोलकाता से हुई, ताकि ग्राहकों को रेस्तरां से भोजन के साथ-साथ इसके पेय पदार्थ भी ऑर्डर करने के लिए प्रेरित किया जा सके। उस समय कोका-कोला के वाइस प्रेसिडेंट, मार्केटिंग हेड, भारत और दक्षिण पश्चिम एशिया, अर्नब रॉय ने बताया था कि कंपनी भारत में फूड पेयरिंग के साथ खपत को बढ़ाने के लिए एक बड़ा अवसर देख रही है।

18-25% चार्ज करता है Zomato और Swiggy

थ्राइव के पास एक सेल्फ-सर्व टूल भी है जो रेस्तरां को अपने प्लेटफॉर्म पर अपने स्वयं के उप-पोर्टल बनाने का विकल्प प्रदान करता है ताकि वे ग्राहकों से सीधे ऑनलाइन ऑर्डर प्राप्त कर सकें। प्लेटफॉर्म ने एक बड़ा रेस्तरां आधार प्राप्त किया है क्योंकि यह Zomato और Swiggy द्वारा चार्ज किए गए 18-25% की तुलना में रेस्तरां से एक-चौथाई कमीशन लेता है।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

jyoti choudhary

Related News