पाकिस्तान को समर्थन पड़ा भारी, भारत में चीनी कंपनियों के निवेश पर बढ़ी सख्ती
punjabkesari.in Wednesday, May 14, 2025 - 02:58 PM (IST)

बिजनेस डेस्कः भारत और चीन के बीच तनाव एक बार फिर गहराता दिख रहा है और इस बार इसका प्रभाव सीधे व्यापारिक रिश्तों पर भी पड़ रहा है। चीन द्वारा पाकिस्तान को कूटनीतिक समर्थन दिए जाने के बाद भारत सरकार ने चीन के साथ अपने आर्थिक रिश्तों की समीक्षा तेज कर दी है। इस स्थिति में भारत में निवेश की इच्छुक या पहले से सक्रिय चीनी कंपनियों पर निगरानी बढ़ा दी गई है।
Haier की भारत योजना पर असर
चीन की जानी-मानी इलेक्ट्रॉनिक्स और होम अप्लायंसेज कंपनी Haier भारत सरकार की प्रोडक्शन-लिंक्ड इंसेंटिव (PLI) योजना के तहत भारतीय कंपनियों के साथ ज्वाइंट वेंचर (JV) स्थापित करने की प्रक्रिया में थी लेकिन बदले हुए कूटनीतिक परिदृश्य में सरकार ऐसे JV प्रस्तावों की अधिक गहन जांच कर सकती है। इससे Haier की योजनाओं को झटका लग सकता है।
सुरक्षा प्राथमिकता पर फोकस
भारत सरकार अब यह सुनिश्चित करना चाहती है कि किसी भी चीनी कंपनी की भागीदारी से राष्ट्रीय सुरक्षा को कोई खतरा न हो। ऐसे में PLI योजना के अंतर्गत आने वाले निवेश प्रस्तावों पर अतिरिक्त मंजूरी प्रक्रिया लागू की जा सकती है, विशेषकर तब, जब प्रस्ताव चीन की कंपनियों से जुड़ा हो।
निवेश माहौल पर प्रभाव
विशेषज्ञों का मानना है कि वर्तमान तनाव के कारण चीनी निवेशकों के लिए भारत में काम करना पहले से अधिक जटिल हो सकता है। उन्हें पारदर्शिता, डेटा प्रोटेक्शन और रणनीतिक क्षेत्रों में हिस्सेदारी जैसे मसलों पर कड़े भारतीय मानकों का पालन करना होगा।
हालात को देखते हुए सरकार अब संभवतः PLI योजना के तहत सिर्फ उन्हीं विदेशी निवेशों को अनुमति देगी, जो भारत के रणनीतिक हितों और सुरक्षा आवश्यकताओं के अनुरूप हों। Haier और अन्य चीनी कंपनियों के लिए यह एक सावधानी भरा मोड़ हो सकता है, जहां उन्हें अपनी रणनीति दोबारा सोचनी पड़ सकती है।