लुढ़कते लोहे से एक हजार करोड़ का निवेश अटका

punjabkesari.in Saturday, Aug 01, 2015 - 11:04 AM (IST)

लुधियानाः अंतर्राष्ट्रीय और घरेलू बाजार में गिर रहे लोहे के दामों में स्टील उद्योग की कमर तोड़ दी है। पिछले 6 माह में इंगट के दाम 33 हजार रुपए से 28 हजार, स्क्रैप के दाम 29 हजार से 22 हजार रुपए प्रति टन और आयातित स्क्रैप के दाम 300 डॉलर प्रति टन से 220 डॉलर प्रति टन पर पहुंच गए हैं। ऐसे में उद्यमियों को 4 रुपए प्रति किलो का नुकसान हो रहा है।

इसे मैनेज करने के लिए इंडक्शन फर्नेस उद्यमियों ने स्टील उत्पादन आधे से भी कम कर दिया है। जबकि आयातित स्क्रैप के नए आर्डर नहीं दिए जा रहे हैं। साथ  ही मंदी के भंवर में फंसे उद्यमियों ने इंडस्ट्री की मॉडर्नाइजेशन पर खर्च होने वाले एक हजार करोड़ के निवेश पर ब्रेक लगा दी है। फिलहाल वेट एंड वॉच की नीति चल रही है। उद्यमियों का तर्क है कि अब सरकारी रास्तें ही स्टील उद्योग को पटरी पर ला सकती है। 

काबिलेजिक्र है कि इंडक्शन फर्नेस उद्योग में 60 फीसदी से अधिक आयातित स्टील का उपयोग किया जा रहा है। जबकि बाकी स्टील घरेलू स्क्रैप से तैयार किया जा रहा है। गिरती कीमतों के कारण मिलों पर अस्तित्व का संकट मंडरा रहा है।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Recommended News

Related News