जून 2012 के बाद क्रूड ऑयल कीमतों में सबसे बड़ी तेजी

punjabkesari.in Sunday, Feb 01, 2015 - 01:23 AM (IST)

वाशिंगटन : अमरीका में शैल ड्रिलिंग की रफ्तार पर ब्रेक लगने की खबर से अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में 8 प्रतिशत से ज्यादा की उछाल दर्ज की गई जो जून 2012 के बाद की सबसे बड़ी एकदिनी तेजी है। गत शुक्रवार के सत्र में नायमैक्स पर क्रूड 3.71 डॉलर की तेजी के साथ 48.24 डॉलर प्रति बैरल के स्तर पर बंद हुआ। 

विशेषज्ञों के मुताबिक तेल कंपनियां विस्तार पर होने वाले खर्चों में कटौती कर रही हैं और रिग्स को बंद कर रही हैं जिसके बाद क्रूड की सप्लाई में कुछ कमी देखने को मिल सकती है। इसी के चलते कच्चे तेल की कीमतों में यह तेजी आई है। अंतर्राष्ट्रीय बाजार में आई क्रूड की कीमतों में तेजी का असर घरेलू बाजार पर भी दिखा। शुक्रवार को एम.सी.एक्स. पर कच्चा तेल 3.67 प्रतिशत की उछाल के साथ 2,855 रुपए प्रति बैरल के स्तर पर बंद हुआ। रायटर के पोल के मुताबिक वर्ष 2015 में ब्रैंट क्रूड की औसत कीमत 58.30 डॉलर प्रति बैरल रह सकती है जो कि दिसम्बर पोल के मुकाबले 15.70 डॉलर कम है।
 
तेजी नहीं है टिकाऊ
कोटक कमोडिटी के धर्मेश भाटिया के मुताबिक बड़ी संख्या में ट्रेडर्स ने बिकवाली के सौदे बनाए हुए थे। महीने के अंत में मुनाफा वसूली के चलते ट्रेडर्स की ओर से जमकर खरीदारी की गई इसलिए क्रूड की कीमतों में तेजी आई है लेकिन इससे क्रूड के फंडामैंटल नहीं बदलने वाले हैं क्योंकि बाजार में अभी भी 20 लाख बैरल मांग से ज्यादा सप्लाई है। भाटिया कहते हैं कि ओपेक भी अपने उत्पादन में कटौती नहीं करने के फैसले पर कायम है जिसके कारण जून से अब क्रूड की कीमतें 60 प्रतिशत फिसल चुकी हैं और यह गिरावट अगले कुछ महीनों तक भी जारी रहेगी।
 

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