B''day Special: बचपन में गाय-भैंसे चराते थे लालू, कुछ ऐसा रहा इनका सियासी सफर

punjabkesari.in Saturday, Jun 11, 2016 - 01:27 PM (IST)

पटना: बिहार की राजनीति के सबसे बड़े दिग्गज और जाने-माने नेता आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव का आज जन्मदिन है। आज लालू यादव पूरे 69 साल के हो गए है। लालू के जन्मदिन के मौके पर उनकी पत्नी राबड़ी देवी ने रात 12 बजे ही लालू को गुलाब देकर पहले चौंका दिया और फिर केक भी कटवाया। राबड़ी देवी की इस सरप्राइज पार्टी और गिफ्ट को देखकर लालू भी हैरान रह गए।

राजनीतिक सफर

लालू का जन्‍म 11 जून 1947 को बिहार राज्‍य के गोपालगंज जिले के फूलवरिया गांव में यादव परिवार में हुआ। इन्‍होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा गोपालगंज से प्राप्‍त की तथा कॉलेज की पढ़ाई उन्होंने पटना से की। पटना के बीएन कॉलेज से इन्‍होंने लॉ में स्‍नातक तथा राजनीति शास्‍त्र में स्‍नातकोत्‍तर की पढ़ाई पूरी की।

लालू प्रसाद ने कॉलेज से ही अपनी राजनीति की शुरुआत छात्र नेता के रूप में की। इसी दौरान वे जयप्रकाश नारायण द्वारा चलाए जा रहे आंदोलन का हिस्‍सा बन गए और जयप्रकाश नारायण, राजनारायण, कर्पुरी ठाकुर तथा सतेन्‍द्र नारायण सिन्‍हा जैसे राजनेताओं से मिलकर अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत की। 29 वर्ष की आयु में ही वे जनता पार्टी की ओर से 6ठी लोकसभा के लिए चुन लिए गए।  लालू प्रसाद 10 मार्च 1990 को पहली बार बिहार प्रदेश के मुख्‍यमंत्री बने तथा दूसरी बार 1995 में मुख्‍यमंत्री बने। 1997 में लालू प्रसाद जनता दल से अलग होकर राष्ट्रीय जनता दल पार्टी बनाकर उसके अध्‍यक्ष बने।

दोस्त की फीडबैक पर की थी राबड़ी से शादी
लालू की 1 जून 1973 को  राबड़ी देवी से शादी हुई। लालू खुद राबड़ी के देखने नहीं गए थे बल्कि अपने एक दोस्त को बेजा था। दोस्त की फीडबैक पर ही लालू ने राबड़ी से शादी की थी। लालू प्रसाद की कुल 7 बेटियां और 2 बेटे हैं जिनमें से सभी बेटियों की शादी हो चुकी है।


जब खानी पड़ी जेल की हवा
लालू यादव 1990 से 1997 तक बिहार के जब मुख्यमंत्री रहे तो 1997 में उन्हें चारा घोटाले और आय से अधिक संपत्ति से जुड़े सीबीआई मामलों के कारण जेल जाना पड़ा। इस दौरान लालू ने अपनी पत्नी राबड़ी देवी को मुख्यमंत्री बना दिया। हालांकि वे पत्नी को सत्ता सौंप कर भी राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष बने रहे।


दूध बेचने बाजार जाते थे लालू

बचपन में लालू अपने गांव में गाय और भैंस चराया करते थे। इतना ही नहीं वे दूध-दुहने के साथ दूध-दही भी बेचने के लिए बाजार जाते थे। उन्‍हें बचपन से ही दूध और दही खाने का बहुत शौक है। लालू का परिवार बहुत गरीब था। उनकी रातें मिट्टी के घर में कटती थी। यही नहीं लालू अपने बड़े भाई के साथ चाय और बिस्कुट बेचते थे। लालू 2004 में रिलीज हुई फिल्म पदम श्री लालू प्रसाद में एक्टिंग भी कर चुके हैं। 


लालू के बारे में कुछ खास बातें
-लालू यादव ने ही रेलवे स्टेशन पर कुल्हड़ (मिट्टी का बर्तन) में चाय बेचना अनिवार्य किया था इससे कुल्हड़ बनाने वालों के काफी अच्छे दिन आए। इतना ही नहीं जब तक लालू यादव रेलमंत्री रहे उन्होंने यात्री किराया नहीं बढ़ाया।

- लालू प्रसाद को बिहार का प्रमुख व्यंजन लिट्टी-चोखा तथा सत्तू (मक्‍के और चने का) खाना बेहद पसंद है। वे जब भी अपने गांव जाते हैं तो इस प्रमुख व्यंजन को खाना नहीं भूलते हैं।

-2003 में बिहार के कुछ हिस्‍सों में आई बाढ़ के बाद राजद प्रमुख लालू प्रसाद का कहना था कि इतना पानी तो मेरी पाड़ी (भैंस का बच्चा) एक बार में पी जाती है। उन्‍होंने केंद्र सरकार द्वारा बाढ़ पर पूछी गई जानकारी के जवाब में यह कहा था।

- लालू प्रसाद अपने भाषणों में देहाती भाषा के शब्दों का प्रयोग बहुत ही ज्‍यादा करते हैं। देश तथा विदेशा में भी इनके इस तरह के बोलने के स्‍टाइल पर फिदा है। लोग इन्‍हें राजनीति का बहुत बड़ा कॉमेडियन भी मानते हैं।

- लालू यादव तब भी सुर्खियों आए जब उन्होंने कहा था कि वे बिहार की सड़कों को फिल्म अभिनेत्री हेमा मालिनी के गालों जैसी बना देंगे।

-लालू को क्रिकेट में काफी दिलचस्पी है। उनका सुपुत्र तेजस्वी यादव एक अच्छा क्रिकेटर भी रहा है।

-लालू का एक ही सपना है, भारत का प्रधानमंत्री बनना, अब देंखे इनका यह सपना कब पूरा होता है।
 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Recommended News

Related News