आतंकवादी गिरोह अब वाहनों से रौंदकर ‘सामूहिक नरसंहार’ करने लगे

punjabkesari.in Saturday, Aug 19, 2017 - 12:48 AM (IST)

विश्व में चारों ओर आतंकवाद अपने पंजे फैला रहा है और आई.एस. अर्थात ‘इस्लामिक स्टेट’ सबसे शक्तिशाली एवं भयानक आतंकवादी गिरोह के रूप में उभरा है। आई.एस. तथा इससे जुड़े गिरोह किसी भी देश में एक बार हमला करके चुप नहीं बैठ जाते बल्कि बार-बार वहां हमले करने के अलावा हमले के लिए नए-नए ठिकाने भी तलाश करते रहते हैं।

गत दो वर्षों के दौरान आई.एस. तथा अन्य आतंकवादी गिरोहों ने फ्रांस के विभिन्न शहरों में कम से कम आधा दर्जन हमले किए। इसके अलावा यूरोप के अन्य शहरों को भी उन्होंने अपना निशाना बनाया। इस वर्ष आई.एस. व अन्य आतंकवादियों द्वारा विश्व में किए गए कुछ बड़े हमले निम्र में दर्ज हैं :

07 अप्रैल 2017 को स्टाकहोम में ड्रोटिंगाटन के एक डिपार्टमैंटल स्टोर में आतंकवादियों द्वारा कार घुसाने से 4 लोगों की मौत हो गई।
26 मई को काहिरा में 29 लोगों की हत्या।
30 मई को बगदाद में आई.एस. के हमलों में 31 लोग मारे गए।
31 मई को काबुल में जर्मन दूतावास के निकट विस्फोटों में 150 से अधिक लोगों की मृत्यु हुई।
03 जून को लंदन ब्रिज पर 3 आतंकवादियों ने 8 लोगों को रौंद डाला।
04 जून को लंदन में 3 आत्मघाती हमलों में 7 लोग मारे गए।
15 जून को सोमालिया की राजधानी मोगादिशू के रेस्तरां में कार बम धमाके में 31 लोगों की मृत्यु।
19 जून को लंदन के एक पार्क में कार के हमले में 1 व्यक्ति की मौत।
16 अगस्त को उत्तर-पूर्वी नाइजीरिया के कानो शहर में 3 महिला आत्मघाती हमलावरों ने विस्थापितों की बस्ती में स्वयं को विस्फोट से उड़ा लिया जिससे 28 लोगों की मृत्यु तथा 82 से अधिक लोग घायल हो गए।

और अब 17 अगस्त को स्पेन के प्रमुख शहर बर्सिलोना में आतंकवादियों ने सिटी सैंटर में एक किराए पर ली गई विस्फोटकों और हथियारों से लैस वैन से कम से कम 13 लोगों को कुचल कर मार डाला तथा 50 से अधिक लोगों को घायल कर दिया। इसके बाद 2 हमलावर हथियारों के साथ वहां के एक रेस्तरां में घुस गए और पुलिस के अनुसार अब आई.एस. ने इस हमले की जिम्मेदारी ले ली है।

उल्लेखनीय है कि आतंकवादी लगातार अपनी गतिविधियों का दायरा बढ़ाते चले जा रहे हैं। फ्रांस, बैल्जियम और जर्मनी में पिछले कुछ समय के दौरान हुए हमलों में अनेक लोग मारे गए परंतु अभी तक स्पेन इससे बचा हुआ था और वहां आतंकवादियों के विरुद्ध लगातार चलाए जा रहे अभियान के दौरान पिछले लगभग सवा दो वर्षों में 180 लोगों की गिरफ्तारी के बावजूद आतंकवादी इतना बड़ा हमला करने में सफल रहे।

सनद रहे कि जुलाई 2016 के बाद से यूरोप में आतंकवादियों द्वारा लोगों की भीड़ को तेज रफ्तार वाहनों से कुचल कर मारने की नई रणनीति अपनाई गई है और इसके अंतर्गत उन्होंने अनेक घटनाओं को अंजाम दिया है। यूरोप में इस वर्ष इस तरह का यह आठवां हमला है।

स्पेन में हुए नवीनतम हमले से पूर्व नीस, बर्लिन, लंदन और स्टाकहोम में हुए ऐसे आतंकवादी हमलों में लगभग 200 से अधिक लोगों की मृत्यु हो चुकी है और कहना मुश्किल है कि यह सिलसिला कहां जाकर रुकेगा। फिलहाल तो ऐसा प्रतीत होता है कि विभिन्न देशों द्वारा आतंकवादी गिरोहों के विरुद्ध की जा रही कार्रवाई निरर्थक ही सिद्ध हो रही है। इससे जहां विश्व भर में उनके विरुद्ध नफरत पैदा हो रही है वहीं आम मुसलमानों की छवि को भी भारी आघात लग रहा है।

यही कारण है कि अमरीका सहित अनेक देशों में मुसलमानों पर अनेक प्रतिबंध भी लगाए जा रहे हैं जिस कारण वहां पढऩे और अन्य उद्देश्यों से जाने वाले मुसलमानों को भारी परेशानी का सामना करने के साथ-साथ अपमान भी झेलना पड़ रहा है। ऐसी हालत में यह बात समझ से बाहर है कि अपनी खूनी करतूतों का दायरा लगातार बढ़ाकर ये आतंकवादी क्या हासिल करना चाहते हैं।

जितने बड़े पैमाने पर ये आतंकवादी गिरोह विश्व में तबाही मचा रहे हैं उसे देखते हुए यह आवश्यक है कि सभी आतंकवाद प्रभावित देश संगठित होकर आतंकवाद का मुकाबला करने के लिए एक संयुक्त रणनीति बनाएं  ताकि इन आतंकवादियों का समूल खात्मा किया जा सके! —विजय कुमार


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Recommended News

Related News