वाहन चलाते समय ‘मोबाइल पर बात’ यानी मौत को बुलावा!

punjabkesari.in Tuesday, Apr 30, 2024 - 05:06 AM (IST)

देश में वाहन चलाते समय मोबाइल फोन के इस्तेमाल के कारण सड़क दुर्घटनाओं में मौत के मामलों में लगातार वृद्धि हो रही है। सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय की एक रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2021 में 1997 सड़क दुर्घटनाएं चालकों द्वारा वाहन चलाते समय मोबाइल फोन का इस्तेमाल करने के कारण हुईं, जिनमें 1040 लोगों की जान चली गई।

  • 29 अक्तूबर, 2023 को वाहन चलाते समय मोबाइल फोन के इस्तेमाल का सबसे भयानक परिणाम आंध्र प्रदेश में विजय नगरम जिले के ‘कांतकपल्ली’ में हावड़ा-चेन्नई रेलवे लाइन पर 2 यात्री ट्रेनों की टक्कर के रूप में सामने आया। इसमें 14 यात्रियों की मौत तथा 50 से अधिक यात्री घायल हो गए थे। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने 4 मार्च, 2024 को बताया था कि इस दुर्घटना के समय एक ट्रेन का लोको पायलट और सहायक लोको पायलट दोनों ही मोबाइल फोन पर क्रिकेट मैच देख रहे थे। 
  • 27 अप्रैल, 2024 को रांची के ‘मांडर’ में मोबाइल पर बात करते हुए एक स्कूल बस चालक ने बस दुर्घटनाग्रस्त कर दी जिसके परिणामस्वरूप 15 बच्चे गंभीर रूप से घायल हो गए। 

इस बीच दिल्ली में 1 जनवरी, 2024 से 15 अप्रैल, 2024 की अवधि के बीच  वाहन चलाते समय मोबाइल फोन के इस्तेमाल से संबंधित मुकद्दमों में पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में लगभग 149 प्रतिशत की बढ़ौतरी हुई है। आंकड़ों के अनुसार 1 जनवरी, 2024 से 15 अप्रैल, 2024 तक इस अपराध के लिए कुल 15,486 मोटर चालकों के विरुद्ध मामले दर्ज किए गए, जो 2023 में दर्ज किए गए 6369 मामलों के दुगने से भी अधिक हैं। यातायात पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, हाल के महीनों में यातायात पुलिस ने गाड़ी चलाते समय मोबाइल फोन के इस्तेमाल में ङ्क्षचताजनक वृद्धि देखी है।

वाहन चलाते समय मोबाइल फोन का इस्तेमाल करना अपने और दूसरों के लिए मौत को बुलावा देने के समान है। इसलिए वाहन चलाते समय मोबाइल फोन का इस्तेमाल करने पर पकड़े जाने वालों को कठोरतम दंड देने की आवश्यकता है ताकि वे ऐसा करने से बाज आएं और उनके तथा दूसरों के प्राण खतरे में न पडें। -विजय कुमार


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Recommended News

Related News