सच में यहां खत्म हो जाती है दुनिया...! क्या आपने दुनिया के आखिरी छोर पर बसी इस जगह का नाम सुना है?
punjabkesari.in Sunday, Jul 06, 2025 - 12:48 PM (IST)

नेशलन डेस्क: दुनिया के रहस्यमय स्थानों की बात करें तो अर्जेंटीना का एक छोटा-सा शहर उशुआइया (Ushuaia) किसी परी कथा जैसा लगता है। इसे 'दुनिया का आखिरी शहर' कहा जाता है। यह जगह दक्षिणी ध्रुव के बेहद करीब है और अंटार्कटिका की यात्रा का प्रमुख द्वार भी मानी जाती है। लेकिन इस शहर की पहचान सिर्फ उसकी स्थिति से नहीं बल्कि उसके इतिहास, संस्कृति और प्राकृतिक सुंदरता से भी है जो इसे एक अनोखा और खास स्थान बनाती है।
उशुआइया की खास भौगोलिक स्थिति
उशुआइया अर्जेंटीना के टिएरा डेल फ्यूगो (Tierra del Fuego) प्रांत की राजधानी है। यह शहर बीगल चैनल और मार्शल पर्वतमाला के बीच स्थित है। यहां से अंटार्कटिका की दूरी सिर्फ 1000 किलोमीटर है। इस कारण यहां से कई वैज्ञानिक अभियान और पर्यटन क्रूज़ अंटार्कटिका के लिए रवाना होते हैं।
दुनिया के नक्शे में यह शहर सबसे अंतिम मानव बस्ती के रूप में देखा जाता है और इसी वजह से इसे 'End of the World' यानी 'दुनिया का आखिरी किनारा' कहा जाता है।
नाम का भी है खास अर्थ
‘उशुआइया’ नाम यामना जनजाति की भाषा से लिया गया है। इसका मतलब होता है “गहरी खाई के पास की खाड़ी”। इस क्षेत्र की मूल जनजाति यामना (Yámana) थी और आज भी इस जगह की सांस्कृतिक पहचान में उनकी छाप देखी जा सकती है।
यहां मुख्य रूप से स्पेनिश बोली जाती है लेकिन एक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल होने के कारण अंग्रेजी भी आसानी से समझी जाती है।
चिली का प्यूर्टो विलियम्स क्यों नहीं?
भले ही भौगोलिक रूप से चिली का प्यूर्टो विलियम्स शहर सबसे दक्षिण में स्थित है लेकिन वहां की जनसंख्या महज 3000 के आसपास है और वह एक सैन्य अड्डा है। जबकि उशुआइया एक पूर्ण विकसित शहर है जिसमें स्कूल, अस्पताल, सड़कें और नागरिक जीवन की सभी सुविधाएं मौजूद हैं।
इसीलिए 'अंतिम शहर' का दर्जा उशुआइया को मिला है न कि प्यूर्टो विलियम्स को।
19वीं सदी की 'अंतिम चौकी'
19वीं सदी में जब अंटार्कटिका की खोज का दौर चल रहा था तब उशुआइया को अंतिम मानव बस्ती के रूप में प्रयोग किया गया। उस समय यहां से नाविक, वैज्ञानिक और खोजकर्ता अंटार्कटिका की ओर रवाना होते थे।
आज भी यही परंपरा जारी है। उशुआइया से हर साल हजारों लोग क्रूज के जरिए अंटार्कटिका की यात्रा पर निकलते हैं।
उशुआइया सिर्फ इतिहास ही नहीं बल्कि साहसिक पर्यटन के लिए भी मशहूर है। यहां स्थित टिएरा डेल फ्यूगो नेशनल पार्क ट्रैकिंग, बोटिंग और नेचर वॉक के लिए बहुत लोकप्रिय है।
इसके अलावा यहां के बर्फ से ढके पहाड़, झीलें और ग्लेशियर एक ऐसा अनुभव देते हैं जो आपको दुनिया की सीमा पर खड़ा होने का एहसास कराता है।
जेल से बना इतिहास का संग्रहालय
1902 में उशुआइया में एक बड़ी जेल बनाई गई थी जहां खतरनाक अपराधियों और राजनीतिक कैदियों को रखा जाता था। आश्चर्य की बात यह है कि इन्हीं कैदियों से शहर की सड़कें, इमारतें और अन्य ढांचे बनवाए गए थे। बाद में इस जेल को बंद कर एक संग्रहालय में बदल दिया गया। अब यह संग्रहालय पर्यटकों के लिए खुला रहता है जहां आप जेल की असली सेल्स, कैदियों के रहने के कमरे, बेकरी और कार्यशालाएं देख सकते हैं।
विज्ञान और संस्कृति के अनोखे केंद्र
उसी जेल की इमारत में आज मैरीटाइम म्यूजियम, अंटार्कटिक म्यूजियम और मरीन आर्ट गैलरी जैसे महत्वपूर्ण केंद्र भी बने हुए हैं। ये जगहें सिर्फ कला और संस्कृति को नहीं दर्शातीं बल्कि अंटार्कटिका के अभियानों से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियां भी देती हैं। यह क्षेत्र विज्ञान प्रेमियों, इतिहास जानने वालों और रोमांच खोजने वालों के लिए किसी खजाने से कम नहीं।
उशुआइया – सिर्फ शहर नहीं, एक अनुभव
उशुआइया में जाना मतलब दुनिया के अंत को छू लेना जैसा है। यहां की ठंडी हवाएं, शांत झीलें, बर्फीले पहाड़ और इतिहास की झलक आपको एक साथ रोमांचित करती हैं।
चाहे आप अंटार्कटिका की यात्रा की तैयारी कर रहे हों या बस प्रकृति के करीब रहना चाहते हों – उशुआइया हर किसी के लिए कुछ खास रखता है। यह एक ऐसा स्थान है जो सिर्फ देखा नहीं बल्कि महसूस किया जाता है।