धरती छोड़ने की तैयारी करो! स्टीफन हॉकिंग ने बताया था विनाश का टाइम, क्या अब समय आ गया?
punjabkesari.in Tuesday, Jul 08, 2025 - 01:54 PM (IST)

नेशनल डेस्क: क्या आपने कभी सोचा है कि हमारी धरती एक दिन इतनी खराब हालत में पहुंच जाएगी कि यहां रहना भी मुश्किल हो जाएगा? यह कोई फिल्म की कहानी नहीं बल्कि एक महान वैज्ञानिक स्टीफन हॉकिंग की गंभीर चेतावनी है। उन्होंने मरने से पहले मानवता के लिए कई बड़े खतरे गिनाए और कहा कि अगर इंसान अब भी नहीं चेता तो आने वाला समय बहुत भयावह हो सकता है।
कौन थे स्टीफन हॉकिंग?
स्टीफन हॉकिंग 20वीं सदी के सबसे मशहूर खगोल भौतिकी (Astrophysics) और ब्रह्मांड विज्ञान (Cosmology) के वैज्ञानिकों में से एक थे। उन्होंने ब्लैक होल, बिग बैंग थ्योरी और समय यात्रा जैसे जटिल विषयों पर भी महत्वपूर्ण काम किया। लेकिन उन्होंने सिर्फ अंतरिक्ष की बात नहीं की, बल्कि धरती के भविष्य को लेकर भी अपनी चिंता व्यक्त की।
क्या थी उनकी भविष्यवाणी?
साल 2017 में एक टेक सम्मेलन (Tencent WE Summit) में स्टीफन हॉकिंग ने चेताया था कि इंसान एक खतरनाक रास्ते पर चल रहा है। उन्होंने साफ-साफ कहा था कि अगर हमने अपने व्यवहार में बदलाव नहीं किया तो धरती पर जीवन टिकाना मुश्किल हो जाएगा। उनका मानना था कि हम जिस दिशा में जा रहे हैं वह सीधे बर्बादी की ओर है।
2600 तक नहीं रहेगी पृथ्वी रहने लायक
हॉकिंग की सबसे डरावनी भविष्यवाणी यह थी कि साल 2600 तक पृथ्वी पूरी तरह से रहने लायक नहीं बचेगी। उन्होंने इसके पीछे दो प्रमुख कारण बताए थे:
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जनसंख्या का बढ़ना – जैसे-जैसे इंसानों की संख्या बढ़ती जा रही है, वैसे-वैसे धरती के संसाधनों पर दबाव बढ़ता जा रहा है।
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जलवायु परिवर्तन (Climate Change) – ग्लोबल वॉर्मिंग की वजह से धरती का तापमान लगातार बढ़ रहा है। अगर ऐसा ही चलता रहा तो धरती एक दिन शुक्र ग्रह (Venus) जैसी गर्म और दमघोंटू बन जाएगी।
बढ़ता तापमान और घटते संसाधन
हॉकिंग ने चेतावनी दी थी कि तेजी से बढ़ता तापमान, प्राकृतिक आपदाओं में वृद्धि और संसाधनों की कमी इंसानी जीवन के लिए बड़ा खतरा है। समुद्र का बढ़ता जलस्तर, जंगलों की कटाई, कार्बन उत्सर्जन और ग्लेशियरों का पिघलना — ये सब संकेत हैं कि हमारी धरती खतरे में है।
अब बहुत कम समय बचा है
हॉकिंग के अनुसार, इंसानों के पास 575 साल से भी कम समय बचा है इस स्थिति को सुधारने के लिए। हालांकि यह सुनने में लंबा समय लगता है लेकिन वैज्ञानिकों का मानना है कि पृथ्वी पर असर अब से ही दिखने लगा है। ऐसे में अभी कदम उठाना जरूरी है ताकि भविष्य में कोई बड़ा संकट टल सके।
क्या अब इंसान को नया ठिकाना ढूंढना होगा?
हॉकिंग का मानना था कि अगर इंसान को अपनी प्रजाति को बचाना है तो उसे किसी और ग्रह की तलाश करनी होगी। उन्होंने यह सुझाव दिया था कि मंगल ग्रह या किसी दूसरे ग्रह पर जीवन की संभावना तलाशनी चाहिए, ताकि इंसान वहां जाकर बस सके।