''वन रैंक-वन पेंशन'' न मिलने से नाराज पूर्व सैनिकों ने PM कार्यालय पर किया प्रर्दशन

punjabkesari.in Monday, Aug 31, 2015 - 03:17 PM (IST)

वाराणसीः ''वन रैंक-वन पेंशन'' न मिलने से पूर्व सैनिकों में भारी रोष है। केंद्र सरकार के रवैये पर इस वर्ग ने निराशा जाहिर की है। निराश पूर्व सैनिक सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय कार्यालय पहुंचे। इंडियन एक्स सर्विसमैन मूवमेंट के बैनर तले पूरे पूर्वांचल से जुटे पूर्व सैनिकों ने बाबा कीनाराम मार्ग से मार्च निकाला और जनसंपर्क कार्यालय पहुंचकर ज्ञापन दिया। पूर्व सैनिकों का कहना था कि प्रधानमंत्री की बातों से पेट नहीं भरेगा। उन्हें इस मुद्दे का जल्द समाधान करना होगा, नहीं तो वे सभी दिल्ली के लिए कूच करेंगे।
 
रिटायर आर्मीमैन कवींद्र सिंह ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी और उनकी सरकार को ''वन रैंक-वन पेंशन'' पर निर्णय लेने में समय लग रहा है। देश के लिए जान की बाजी लगा देने वालों को अनशन और आंदोलन करना पड़ रहा है, यह शर्मनाक है। मोहिंद्र कुलकर्णी ने बताया कि नरेंद्र मोदी और उनके दिग्गज नेताओं के पास सेना के रिटायर लोगों से बात करने की फुर्सत नहीं है।
 
क्या है ''वन रैंक-वन पेंशन''
''वन रैंक-वन पेंशन'' मतलब अलग-अलग समय पर रिटायर हुए एक ही रैंक के दो फौजियों को समान पेंशन देना। फिलहाल रिटायर होने वाले लोगों को उनके रिटायरमेंट के समय के नियमों के हिसाब से पेंशन मिलती है। यानी जो लोग 25 साल पहले रिटायर हुए हैं उन्हें उस समय के हिसाब से पेंशन मिल रही है जो बहुत कम होती है।

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