सर्दियों में रम पीने से शरीर को क्यों लगती है गर्मी? इसकी असल सच्चाई जान हो जाएंगे हैरान
punjabkesari.in Thursday, Nov 27, 2025 - 07:26 PM (IST)
नेशनल डेस्क: सर्दियों में अक्सर लोग रम या ब्रांडी को “अंदर से गर्म रखने” का पारंपरिक उपाय मानते हैं, लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि यह केवल एक भ्रम है। वास्तव में शराब शरीर को गर्म नहीं करती, बल्कि अंदरूनी तापमान कम कर देती है। जानकारों के अनुसार, रम या ब्रांडी पीने के कुछ ही मिनटों बाद महसूस होने वाली गर्माहट असली गर्मी नहीं, बल्कि रक्त वाहिकाओं पर शराब के प्रभाव का परिणाम होती है। शराब रक्त वाहिकाओं को फैलाती है, जिससे त्वचा की सतह पर रक्त प्रवाह बढ़ता है और व्यक्ति को गर्मी का अनुभव होता है। लेकिन यह प्रभाव अस्थायी होता है।
कैसे बनती है यह गर्मी का भ्रम?
रक्त वाहिकाओं का फैलना शरीर की आंतरिक गर्मी को त्वचा की ओर ले आता है, जो हवा में तेजी से निकल जाती है। इससे शरीर बाहरी रूप से गर्म महसूस करता है, लेकिन अंदरूनी तापमान घटने लगता है। यही कारण है कि विशेषज्ञ इसे सर्दियों में “गर्म रहने का सुरक्षित तरीका” नहीं मानते। यूरोप समेत कई संस्कृतियों में सर्दियों में शराब पीने की परंपरा रही है और शराब कंपनियां भी इसी धारणा का लाभ उठाती हैं। “रम पीकर गर्म रहिए” जैसे विज्ञापन आम हैं। लेकिन वैज्ञानिक तौर पर यह मिथक साबित होते हैं।
स्वास्थ्य के लिए क्यों है खतरनाक?
शराब को गर्म रखने का उपाय मानकर पीते रहना शरीर की प्राकृतिक तापमान नियंत्रण क्षमता को कमजोर कर सकता है। इससे ठंड लगने का खतरा बढ़ जाता है। विशेषज्ञों का स्पष्ट कहना है कि सर्दियों में रम या ब्रांडी पीना गर्मी का भरोसेमंद उपाय नहीं है। इससे मिलने वाली गर्माहट केवल कुछ मिनटों की होती है, जबकि शरीर लंबे समय में और ज्यादा ठंडा हो सकता है।
