Liver Damage: सावधान! लिवर डैमेज होने पर पैरों में दिखते हैं ये लक्षण, जानें कैसे करें पहचान
punjabkesari.in Sunday, Jul 06, 2025 - 11:28 AM (IST)

नेशनल डेस्क: लीवर हमारे शरीर का एक बहुत महत्वपूर्ण अंग है। यह खून से ज़हरीले पदार्थों को निकालता है, खाने को पचाने में मदद करता है और हमारे हार्मोन को संतुलित रखता है। जब लीवर सही तरीके से काम नहीं करता तो हमारे शरीर में कई समस्याएं होने लगती हैं। खासकर हमारे पैरों में कुछ ऐसे संकेत आते हैं जो लीवर की खराबी की ओर इशारा करते हैं।
पैरों पर लाल या भूरे रंग के धब्बे
जब लीवर कमजोर पड़ता है तो शरीर खून जमाने वाले प्रोटीन कम बनाता है। इससे हमारे पैरों के निचले हिस्से में छोटे-छोटे लाल या भूरे रंग के धब्बे दिखाई देने लगते हैं। यह संकेत लीवर की गंभीर बीमारी जैसे सिरोसिस से जुड़ी नसों की समस्या हो सकती है। ऐसे में पैरों में खून जमा होने लगता है जिससे ये धब्बे निकलते हैं।
मकड़ी जैसी नसें टखनों और पैरों पर
लीवर खराब होने पर हार्मोन में बदलाव आता है। खासकर एस्ट्रोजन हार्मोन का संतुलन बिगड़ जाता है। इस वजह से पैरों और टखनों पर मकड़ी जैसी छोटी-छोटी नसें उभरने लगती हैं। ये नसें दिखने में तो खराब लगती हैं लेकिन यह लीवर की गहरी समस्या का संकेत भी हो सकती हैं।
फटी और रूखी एड़ियाँ
लीवर खराब होने पर शरीर विटामिन ए, डी, ई और के को ठीक से नहीं सोख पाता। इन विटामिनों की कमी से त्वचा मोटी, रूखी और फटी हुई हो जाती है। खासकर पैरों की एड़ियों पर यह समस्या साफ नजर आती है। एड़ियों का फटना लीवर की खराबी का एक महत्वपूर्ण संकेत हो सकता है।
पैरों में जलन या झुनझुनी महसूस होना
अगर आपको रात को पैरों के तलवों में जलन या झुनझुनी महसूस होती है तो इसे नजरअंदाज न करें। यह लक्षण लीवर की गंभीर बीमारी, खासकर शराब से जुड़ी बीमारी की वजह से नसों के डैमेज होने का संकेत हो सकता है। इस वजह से पैरों में असामान्य गर्माहट और जलन महसूस होती है।
पैरों और टखनों में गड्ढे पड़ने वाली सूजन
जब आप पैरों या टखनों की सूजी हुई जगह पर उंगली दबाते हैं और उंगली हटाने के बाद वहां कुछ समय तक गड्ढा रह जाता है तो इसे पिटिंग एडिमा कहते हैं। लीवर की समस्या के कारण खून में एल्बुमिन नामक प्रोटीन का स्तर कम हो जाता है। एल्बुमिन शरीर में तरल पदार्थों के संतुलन को बनाए रखता है। जब इसकी कमी होती है तो तरल पदार्थ रक्त की नसों से बाहर निकलकर ऊतकों में जमा हो जाते हैं, जो सूजन का कारण बनती है। यह सूजन सबसे पहले पैरों और टखनों पर दिखाई देती है।
लिवर डैमेज के ये पैरों के लक्षण क्यों होते हैं?
लीवर की खराबी से खून जमाने वाले प्रोटीन, हार्मोन, और विटामिन्स का संतुलन बिगड़ जाता है। इससे नसों की दीवार कमजोर हो जाती है और खून सही तरीके से बह नहीं पाता। नतीजतन, पैरों में लाल-भूरे धब्बे, सूजन, जलन और अन्य समस्याएं देखने को मिलती हैं। इसलिए पैरों पर ये लक्षण अगर लंबे समय तक बने रहें तो तुरंत डॉक्टर से जांच करानी चाहिए।
लिवर की देखभाल कैसे करें?
लीवर की सेहत बनाए रखने के लिए हमें सही खान-पान, नियमित व्यायाम, शराब का सेवन कम करना और वजन नियंत्रित रखना चाहिए। इसके अलावा किसी भी असामान्य लक्षण को नजरअंदाज न करें और समय-समय पर डॉक्टर से जांच कराते रहें।