Kidney Damage: सावधान! किडनी डैमेज होने पर पैरों में दिखते हैं ये लक्षण, जानें कैसे करें पहचान
punjabkesari.in Sunday, Jul 06, 2025 - 11:53 AM (IST)

नेशनल डेस्क: किडनी हमारे शरीर के महत्वपूर्ण अंगों में से एक है। यह रक्त को साफ करता है, शरीर से विषैले पदार्थ निकालता है और जल संतुलन बनाए रखने में मदद करता है। लेकिन जब किडनी खराब होने लगती है या उसमें डैमेज होता है तो शरीर में कई तरह के लक्षण उभरने लगते हैं। अगर इन संकेतों को समय रहते पहचान लिया जाए तो किडनी की गंभीर बीमारियों से बचा जा सकता है। आज हम इस खबर में सरल और आसान भाषा में समझेंगे कि किडनी डैमेज के क्या लक्षण होते हैं, इसके कारण क्या हैं और इससे बचाव के लिए क्या करना चाहिए।
किडनी डैमेज क्या होता है?
किडनी डैमेज का मतलब है किडनी की कार्यक्षमता में कमी आना या किडनी के ऊतकों को नुकसान पहुंचना। इससे किडनी शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर नहीं निकाल पाती और शरीर में कई समस्याएं पैदा होने लगती हैं। अगर इस हालत को अनदेखा किया जाए तो किडनी फेलियर तक हो सकता है।
किडनी डैमेज के शुरुआती लक्षण
1. बार-बार पेशाब आना या पेशाब में बदलाव
अगर आपको सामान्य से ज्यादा बार पेशाब आ रहा है या पेशाब का रंग गहरा, फोम जैसा या खून वाला दिखे तो यह किडनी की समस्या हो सकती है।
2. सूजन आना
किडनी खराब होने पर शरीर में पानी जमा हो जाता है खासकर पैरों, टखनों, हाथों और चेहरे पर सूजन दिखाई देती है।
3. थकान और कमजोरी
किडनी ठीक से काम न करने पर शरीर में खून में हीमोग्लोबिन कम हो सकता है जिससे थकान महसूस होती है और कमजोरी रहती है।
4. त्वचा पर खुजली
जब किडनी विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में असमर्थ होती है तो ये त्वचा पर जमा हो जाते हैं जिससे लगातार खुजली बनी रहती है।
5. सांस फूलना
किडनी खराब होने पर शरीर में तरल पदार्थ जमा होने लगते हैं, जो फेफड़ों में भी जा सकते हैं। इससे सांस लेने में तकलीफ हो सकती है।
6. भूख न लगना और मतली
किडनी डैमेज से पाचन तंत्र भी प्रभावित होता है, जिससे भूख कम लगती है और कई बार मतली या उल्टी भी होती है।
7. उच्च रक्तचाप
किडनी खराब होने पर ब्लड प्रेशर बढ़ना आम बात है क्योंकि किडनी रक्तचाप नियंत्रित करती है।
8. पीठ या कमर के निचले हिस्से में दर्द
किडनी की समस्या में पीठ या कमर के नीचे दर्द महसूस होना भी आम लक्षण है।
किडनी डैमेज के कारण
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डायबिटीज – अधिक शुगर की वजह से किडनी की छोटी रक्त नलिकाएं खराब हो जाती हैं।
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उच्च रक्तचाप – ब्लड प्रेशर बढ़ने से किडनी पर दबाव पड़ता है।
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गंभीर संक्रमण – किडनी में इंफेक्शन किडनी डैमेज कर सकता है।
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दवाओं का दुरुपयोग – कुछ दवाएं लंबे समय तक लेने से किडनी को नुकसान पहुंचा सकती हैं।
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पानी की कमी – शरीर में पानी की कमी से भी किडनी कमजोर हो सकती है।
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जिनमें पारिवारिक हिस्ट्री हो – परिवार में किसी को किडनी की समस्या रही हो तो सावधानी जरूरी है।
किडनी डैमेज से कैसे बचें?
1. सही मात्रा में पानी पीएं
पानी शरीर से विषैले पदार्थ निकालने में मदद करता है। दिन में कम से कम 8-10 गिलास पानी पिएं।
2. संतुलित और पौष्टिक आहार लें
कम नमक और कम तला-भुना भोजन करें, फल और सब्जियां ज्यादा खाएं।
3. नियमित व्यायाम करें
व्यायाम से ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है और रक्तचाप नियंत्रित रहता है।
4. ब्लड प्रेशर और शुगर का नियंत्रण
डायबिटीज या हाई ब्लड प्रेशर हो तो समय-समय पर जांच करवाएं और दवाइयां समय से लें।
5. दवाओं का सही सेवन करें
किसी भी दवा को डॉक्टर की सलाह के बिना न लें, खासकर दर्दनाशक दवाएं।
6. शराब और धूम्रपान से बचें
ये दोनों किडनी के लिए हानिकारक हैं।
7. नियमित किडनी की जांच
अगर किडनी की समस्या का खतरा हो तो नियमित जांच कराएं जैसे ब्लड और यूरिन टेस्ट।
कब डॉक्टर से संपर्क करें?
अगर ऊपर बताए गए लक्षण 2-3 सप्ताह से ज्यादा समय तक बने रहें या बढ़ें तो तुरंत डॉक्टर से मिलें। किडनी फंक्शन टेस्ट और अल्ट्रासाउंड से समस्या की सही पहचान होती है।