दो लाख अभ्यर्थियों ने नहीं दी JEE Mains की परीक्षा, खुद केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने दी जानकारी

punjabkesari.in Friday, Sep 18, 2020 - 02:59 PM (IST)

नई दिल्ली- देशभर में ज्वाइंट एट्रेंस एग्जाम 1 से 6 सितंबर तक आयोजित की गई। लेकिन इस साल करीब दो लाख छात्र ऐसे हैं, जिन्होंने सितंबर में आयोजित होने वाली जेईई मुख्य परीक्षा नहीं दी। इस बात की जानकारी केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने राज्यसभा में दी है। इस बार कोरोना काल के कारण इंजीनियरिंग कॉलेजों में प्रवेश के लिए 8.58 लाख स्टूडेंट्स में से 6.35 लाख उम्मीदवार परीक्षा में सम्मिलित हुए। 

PunjabKesari

इस साल सितंबर परीक्षा के लिए 858,395 स्टूडेंट्स ने रजिस्ट्रेशन कराया था। इनमें से 649,612 स्टूडेंट्स ने परीक्षा दी थी,वहीं 200,000 स्टूडेंट्स इस परीक्षा में अनुपस्थित रहे थे। जेईई मेन्स परीक्षा में कुल पंजीकृत उम्मीदवारों में से 74 प्रतिशत उपस्थित हुए। यह जनवरी सत्र के मुकाबले उपस्थिति के आंकड़े में गिरावट को दर्शाता है। जनवरी सत्र के दौरान उपस्थिति कुल रजिस्टर्ड उम्मीदवारों का 94.32 प्रतिशत रही थी।

PunjabKesari

ये रहा ट्वीट
निशंक ने ट्वीट कर कहा,  'जेईई मेन परीक्षा के लिए 8.58 लाख आवेदकों में से 6.35 लाख उम्मीदवार परीक्षा में सम्मिलित हुए। केंद्र और सम्बन्धित राज्यों की सरकारों द्वारा छात्रों को सभी संभव सहायता उपलब्ध कराई गई जिसके लिए मै सभी राज्यों की सरकारों की प्रशंसा करता हूं'। कोविड-19 के मद्देनजर सख्त एहतियात के बीच पिछले सप्ताह आयोजित हुई जेईई मेन्स परीक्षा में कुल पंजीकृत उम्मीदवारों में से 74 प्रतिशत उपस्थित हुए। यह जनवरी सत्र के मुकाबले उपस्थिति के आंकड़े में गिरावट को दर्शाता है। जनवरी सत्र के दौरान उपस्थिति कुल पंजीकृत उम्मीदवारों का 94.32 प्रतिशत रही थी।

PunjabKesari

उल्लेखनीय है कि इससे पहले उच्चतम न्यायालय ने कोविड-19 के कारण जेईई मेन्स और नीट परीक्षा टालने की याचिका को खारिज कर दिया था और कहा था कि छात्रों का बहुमूल्य वर्ष बर्बाद नहीं किया जा सकता । गौरतलब है कि जेईई एडवांस परीक्षा 27 सितंबर को होने वाली है। इससे पहले, कांग्रेस नेता राहुल गांधी, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक, द्रमुक नेता स्टाालिन, दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने परीक्षा स्थागित करने की मांग की थी ।

गौरतलब है कि इस साल कोविड-19 महामारी के बढ़ते मामलों के बीच केंद्र के परीक्षा कराने के फैसले पर कई सवाल उठे। कई लोगों ने परीक्षा स्थगित करने की बात भी कही। लेकिन अंत में यह परीक्षा 1 से 6 सितंबर तक आयोजित की गई।
 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Riya bawa

Recommended News

Related News