Heart Attack Signs: अचानक ही नहीं आता हार्ट अटैक, आपका शरीर पहले जरूर देता है ये सिग्नल
punjabkesari.in Sunday, Aug 31, 2025 - 06:22 PM (IST)

नेशनल डेस्क : देशभर में दिल की बीमारियों के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। खास बात यह है कि अब हार्ट अटैक सिर्फ बुजुर्गों की बीमारी नहीं रह गई है, बल्कि 30 से 40 साल के युवाओं में भी इसके मामले सामने आ रहे हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि खराब जीवनशैली, बढ़ता तनाव, धूम्रपान, नींद की कमी और मोटापा दिल पर दबाव डालते हैं, जिससे हार्ट अटैक का खतरा भी कई गुना बढ़ जाता है।
क्या हार्ट अटैक अचानक आता है?
अधिकतर लोग मानते हैं कि हार्ट अटैक अचानक आता है, लेकिन दिल्ली स्थित राजीव गांधी सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल में कार्डियोलॉजी विभाग के डॉ. अजीत जैन बताते हैं कि शरीर हार्ट अटैक से पहले कई चेतावनी संकेत देता है, जिन्हें समय रहते पहचानकर बड़ा खतरा टाला जा सकता है।
हार्ट अटैक से पहले शरीर देता है ये संकेत
1. छाती में दर्द या दबाव
सबसे आम लक्षण है छाती में भारीपन या जलन जैसा दर्द। यह दर्द तेज़ भी हो सकता है और हल्का भी। कई बार लोग इसे गैस या एसिडिटी समझकर नजरअंदाज कर देते हैं, जो जानलेवा साबित हो सकता है।
2. सांस फूलना
बिना शारीरिक मेहनत किए अगर आपको सांस लेने में दिक्कत हो रही है, या सीढ़ियाँ चढ़ते वक्त अचानक हांफने लगते हैं, तो यह दिल पर पड़ रहे दबाव का संकेत हो सकता है।
3. अत्यधिक थकान
अगर बिना किसी शारीरिक मेहनत के बार-बार थकान महसूस होती है, तो यह हार्ट से जुड़ी समस्या का लक्षण हो सकता है। खासकर महिलाएं इस लक्षण को अक्सर नजरअंदाज कर देती हैं।
4. शरीर के अन्य हिस्सों में दर्द
हार्ट अटैक से पहले पीठ, कंधे, जबड़े या बांहों में दर्द महसूस हो सकता है। यह दर्द लगातार न होकर कभी-कभी आता-जाता रहता है। इसे मसल पेन समझना बड़ी भूल हो सकती है।
5. चक्कर, पसीना और बेचैनी
बिना किसी स्पष्ट कारण के चक्कर आना, अत्यधिक पसीना आना और बेचैनी महसूस होना भी हार्ट अटैक के चेतावनी संकेत हो सकते हैं।
कैसे बचा जा सकता है?
डॉक्टरों के अनुसार, यदि इन संकेतों को नजरअंदाज न करके समय रहते चिकित्सकीय सलाह ली जाए, तो हार्ट अटैक के खतरे को टाला जा सकता है या कम किया जा सकता है।
दिल को हेल्दी रखने के लिए करें ये उपाय:
नियमित व्यायाम करें।
संतुलित और हेल्दी डाइट लें।
धूम्रपान और शराब से बचें।
ब्लड प्रेशर और शुगर को कंट्रोल में रखें।
अगर बार-बार छाती में दबाव, सांस फूलना, असामान्य थकान, पीठ या बाजू में दर्द जैसे लक्षण दिखें, तो तुरंत डॉक्टर से जांच करवाना ज़रूरी है। समय पर उठाया गया एक कदम आपकी जान बचा सकता है।