Cancer Awareness: पैरों में दिखे ये संकेत तो हो जाएं सावधान! हो सकती है शुरुआती कैंसर का बड़ा संकेत
punjabkesari.in Friday, Dec 12, 2025 - 12:20 PM (IST)
नेशनल डेस्क। अक्सर हम पैरों में होने वाली छोटी-मोटी दिक्कतों जैसे हल्का खिंचाव, थोड़ी सूजन या मांसपेशियों का दर्द को सामान्य थकान या गलत बैठने-उठने का नतीजा मानकर नजरअंदाज कर देते हैं लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि पैरों में लगातार या असामान्य रूप से बनी रहने वाली परेशानी शरीर के अंदर पनप रही किसी गंभीर स्वास्थ्य समस्या जिसमें कैंसर भी शामिल है का शुरुआती संकेत हो सकती है। डॉक्टरों के अनुसार कुछ कैंसर जैसे लिंफोमा, हड्डी का कैंसर (बोन कैंसर), सॉफ्ट-टिशू सार्कोमा, ब्लड कैंसर (ल्यूकेमिया), प्रोस्टेट कैंसर या ओवेरियन कैंसर सीधे या अप्रत्यक्ष रूप से पैरों को प्रभावित कर सकते हैं।
ऐसा मुख्य रूप से नसों पर दबाव पड़ने, खून के बहाव में रुकावट आने, लिंफेटिक सिस्टम (लसीका तंत्र) के खराब होने या हड्डियों में बदलाव के कारण होता है।
पैरों की इन समस्याओं को समझना और सही समय पर डॉक्टर से मिलना बेहद जरूरी है।
पैरों में दिखने वाले कैंसर के 7 चेतावनी संकेत
यदि आपको पैरों में लंबे समय से नीचे दिए गए लक्षण महसूस हो रहे हैं तो तुरंत विशेषज्ञ से सलाह लें:
1. लगातार बनी रहने वाली सूजन (एडिमा)
यदि आपके एक या दोनों पैरों में रोज सूजन रहती है, पैर दबाने पर भारी या गर्म महसूस होते हैं और यह सूजन विशेष रूप से शाम के समय बढ़ जाती है तो यह खतरे की घंटी हो सकती है। यह लक्षण लिंफोमा, ओवेरियन कैंसर या पेल्विक क्षेत्र में किसी ट्यूमर के कारण लिंफेटिक तरल के बहाव में रुकावट का संकेत हो सकता है।
2. गहरा या रात में बढ़ने वाला दर्द
अगर आपके पैर में ऐसा दर्द है जो लगातार बना रहता है और चलने-फिरने या पूरी तरह आराम करने के बावजूद भी उसमें कोई राहत नहीं मिलती तो यह हड्डी के कैंसर या किसी अन्य कैंसर के हड्डियों तक फैलने (मेटास्टेसिस) का संकेत हो सकता है।
3. सुन्नपन, झनझनाहट और कमजोरी
रीढ़, पेट या पेल्विस (श्रोणि) क्षेत्र में विकसित हो रहे ट्यूमर अक्सर पैरों तक जाने वाली नसों पर दबाव डालते हैं। इसके परिणामस्वरूप पैरों में लगातार झनझनाहट, सुन्नपन या चलते समय लड़खड़ाहट और कमजोरी महसूस हो सकती है। ध्यान दें यह लक्षण धीरे-धीरे बढ़ता है और खुद से ठीक नहीं होता।
4. बढ़ती हुई गांठ
जांघ, पिंडली या नितंब (कूल्हे) में अचानक कोई गांठ उभरना। सॉफ्ट-टिशू सार्कोमा (एक प्रकार का कैंसर) अक्सर दर्द रहित और धीरे-धीरे बढ़ती हुई गांठ के रूप में शुरू होता है। 2 सेंटीमीटर से बड़ी, तेजी से बढ़ रही या दर्द कर रही किसी भी नई गांठ को हल्के में न लें।
5. त्वचा में असामान्य बदलाव या न भरने वाला घाव
पैरों की त्वचा पर मेलानोमा (त्वचा कैंसर का एक प्रकार) तिल के आकार या रंग में बदलाव, एक नई गांठ का उभरना या ऐसा घाव जो लंबे समय से ठीक नहीं हो रहा हो के रूप में दिखाई दे सकता है।
6. चलने में भारीपन और ऐंठन
यदि ट्यूमर खून या लिंफेटिक तरल के सामान्य प्रवाह को बाधित करते हैं तो व्यक्ति को पैरों में असामान्य भारीपन, बार-बार ऐंठन या बहुत जल्दी थकान महसूस हो सकती है।
7. अन्य सामान्य कैंसर लक्षण
यदि पैरों की दिक्कतों के साथ-साथ आपको ये लक्षण भी महसूस हो रहे हैं तो तुरंत डॉक्टर से मिलें:
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बिना किसी कारण के वजन कम होना।
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रात में अत्यधिक पसीना आना।
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बहुत ज्यादा और लगातार थकान महसूस होना।
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बार-बार संक्रमण होना।
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भूख कम लगना या हल्का-सा बुखार बना रहना।
पैर की समस्याओं से जूझते हुए क्या खाएं और क्या नहीं?
स्वास्थ्य बिगड़ने की स्थिति में सही पोषण शरीर की रिकवरी और समग्र स्वास्थ्य को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
फायदेमंद चीजें (क्या खाएं):
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एंटीऑक्सीडेंट युक्त फल और सब्जियां: बेर, चेरी, अंगूर, टमाटर, पालक और केल जैसी चीजें खाएं जो सूजन को कम करने में सहायक हैं।
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आयरन बढ़ाने वाले फूड्स: दाल, चना, पालक, और कद्दू के बीज शरीर में आयरन की कमी को दूर करने में मदद करते हैं।
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हड्डी और नसों को मजबूत करने वाले आहार: दूध, सोया मिल्क, बादाम, अंजीर, टोफू और मछली (जैसे सैल्मन) का सेवन करें।
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हाइड्रेटिंग चीजें: नारियल पानी, खीरा, तरबूज और ग्रीन टी जैसे पेय शरीर में पानी की सही मात्रा बनाए रखने में मदद करते हैं।
किन चीजों से दूरी रखें (क्या न खाएं):
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अधिक नमक वाले फूड: चिप्स, अचार और पैकेज्ड स्नैक्स जैसे ज्यादा नमक वाले खाद्य पदार्थों से बचें।
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रेड और प्रोसेस्ड मीट: इनका सेवन सीमित करें।
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ज्यादा चीनी और मैदा: मीठे और मैदा से बनी चीजों से परहेज करें।
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अत्यधिक कैफीन और शराब: इनके अत्यधिक सेवन से बचें क्योंकि ये शरीर की रिकवरी में बाधा डाल सकते हैं।



