अडाणी ने जीक्यूजी पार्टनर्स को 15,446 करोड़ रुपये में चार कंपनियों में हिस्सेदारी बेची
punjabkesari.in Thursday, Mar 02, 2023 - 08:42 PM (IST)

नयी दिल्ली, दो मार्च (भाषा) अडाणी समूह ने बृहस्पतिवार को कहा कि उसने समूह की चार सूचीबद्ध कंपनियों में अल्पांश हिस्सेदारी अमेरिकी संपत्ति प्रबंधक कंपनी जीक्यूजी पार्टनर्स को 15,446 करोड़ रुपये में बेची है।
अडाणी समूह को आने वाले महीनों में दो अरब डॉलर से अधिक का कर्ज चुकाना है और इसलिए उसे नकदी की जरूरत है।
समूह ने एक बयान में कहा कि अडाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन लिमिटेड (एपीसेज), अडाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (एजीईएल), अडाणी ट्रांसमिशन लिमिटेड (एटीएल) और अडाणी एंटरप्राइजेज लिमिटेड (एईएल) के शेयर बाजार में बेचे गए।
बयान के मुताबिक इस निवेश के साथ जीक्यूजी भारतीय बुनियादी ढांचे के विकास और वृद्धि में एक प्रमुख निवेशक बन गया है।
अडाणी समूह पर 2.21 लाख करोड़ रुपये का कुल ऋण है, जिसका लगभग आठ प्रतिशत अगले वित्त वर्ष के अंत तक चुकाना है।
एईएल में बिक्री से पहले प्रवर्तकों की 72.6 प्रतिशत हिस्सेदारी थी और इसमें 3.8 करोड़ शेयर या 3.39 प्रतिशत हिस्सेदारी 5,460 करोड़ रुपये में बेची गई। एपीसेज में प्रवर्तकों की 66 प्रतिशत हिस्सेदारी थी और इसमें 8.8 करोड़ शेयर या 4.1 प्रतिशत हिस्सेदारी 5,282 करोड़ रुपये में बेची गई।
एटीएल में प्रवर्तकों की 73.9 फीसदी हिस्सेदारी थी और इसमें 2.8 करोड़ शेयर या 2.5 फीसदी हिस्सेदारी 1,898 करोड़ रुपये में बेची गई। एजीईएल में प्रवर्तकों की 60.5 प्रतिशत हिस्सेदारी थी और इसमें 5.5 करोड़ शेयर या 3.5 प्रतिशत हिस्सेदारी 2,806 करोड़ रुपये में बेची गई।
अडाणी समूह के सीएफओ जुगशिंदर सिंह (रॉबी) ने कहा कि जीक्यूजी के साथ सौदा संचालन व्यवस्था, प्रबंधन गतिविधियों और अडाणी कंपनियों में वैश्विक निवेशकों के लगातार भरोसे को दर्शाता है।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
अडाणी समूह को आने वाले महीनों में दो अरब डॉलर से अधिक का कर्ज चुकाना है और इसलिए उसे नकदी की जरूरत है।
समूह ने एक बयान में कहा कि अडाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन लिमिटेड (एपीसेज), अडाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (एजीईएल), अडाणी ट्रांसमिशन लिमिटेड (एटीएल) और अडाणी एंटरप्राइजेज लिमिटेड (एईएल) के शेयर बाजार में बेचे गए।
बयान के मुताबिक इस निवेश के साथ जीक्यूजी भारतीय बुनियादी ढांचे के विकास और वृद्धि में एक प्रमुख निवेशक बन गया है।
अडाणी समूह पर 2.21 लाख करोड़ रुपये का कुल ऋण है, जिसका लगभग आठ प्रतिशत अगले वित्त वर्ष के अंत तक चुकाना है।
एईएल में बिक्री से पहले प्रवर्तकों की 72.6 प्रतिशत हिस्सेदारी थी और इसमें 3.8 करोड़ शेयर या 3.39 प्रतिशत हिस्सेदारी 5,460 करोड़ रुपये में बेची गई। एपीसेज में प्रवर्तकों की 66 प्रतिशत हिस्सेदारी थी और इसमें 8.8 करोड़ शेयर या 4.1 प्रतिशत हिस्सेदारी 5,282 करोड़ रुपये में बेची गई।
एटीएल में प्रवर्तकों की 73.9 फीसदी हिस्सेदारी थी और इसमें 2.8 करोड़ शेयर या 2.5 फीसदी हिस्सेदारी 1,898 करोड़ रुपये में बेची गई। एजीईएल में प्रवर्तकों की 60.5 प्रतिशत हिस्सेदारी थी और इसमें 5.5 करोड़ शेयर या 3.5 प्रतिशत हिस्सेदारी 2,806 करोड़ रुपये में बेची गई।
अडाणी समूह के सीएफओ जुगशिंदर सिंह (रॉबी) ने कहा कि जीक्यूजी के साथ सौदा संचालन व्यवस्था, प्रबंधन गतिविधियों और अडाणी कंपनियों में वैश्विक निवेशकों के लगातार भरोसे को दर्शाता है।
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