एचसीएल टेक ‘नियरशोर’ गंतव्यों पर कर्मचारियों की संख्या को दोगुना करेगी
punjabkesari.in Monday, May 16, 2022 - 10:01 AM (IST)

नयी दिल्ली, 15 मई (भाषा) सूचना प्रौद्योगिकी कंपनी एचसीएल टेक ने अगले तीन से पांच वर्षों के दौरान ’नियरशोर’ गंतव्यों पर अपने कर्मचारियों की संख्या को दोगुना करने की योजना बनाई है।
कोई कंपनी जब अपने देश के बजाय समान समय वाले किसी पड़ोसी देश को आउटसोर्सिंग करती है, उसे ‘नियरशोर’ कहा जाता है।
एचसीएल टेक के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) सी विजयकुमार ने बताया कि रूस और यूक्रेन के बीच सैन्य संघर्ष से यूरोप में कंपनी की सेवाओं की मांग पर कोई असर नहीं पड़ा है। एचसीएल टेक के वैश्विक स्तर पर अपने सभी कार्यालयों में लगभग 10,000 कर्मचारी हैं।
विजयकुमार ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘हमें उम्मीद है कि अगले 3-5 साल में कर्मचारियों की संख्या दोगुना हो जाएगी।’’
उन्होंने कहा कि कंपनी मेक्सिको, टोरंटो, वैंकूवर, कोस्टा रिका और रोमानिया समेत 20 ‘नियरशोर’ स्थानों से अपने कारोबार का संचालन करती है और इन स्थानों पर कर्मचारियों की संख्या में विस्तार जारी रहेगा।
एचसीएल टेक के शीर्ष अधिकारी के अनुसार कंपनी की रूस या यूक्रेन में कोई मौजूदगी नहीं है। कंपनी के केंद्र पूर्वी यूरोप....पोलैंड, रोमानिया और बुल्गारिया में हैं और ''ये सभी समान क्षमता पर काम कर रहे हैं।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
कोई कंपनी जब अपने देश के बजाय समान समय वाले किसी पड़ोसी देश को आउटसोर्सिंग करती है, उसे ‘नियरशोर’ कहा जाता है।
एचसीएल टेक के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) सी विजयकुमार ने बताया कि रूस और यूक्रेन के बीच सैन्य संघर्ष से यूरोप में कंपनी की सेवाओं की मांग पर कोई असर नहीं पड़ा है। एचसीएल टेक के वैश्विक स्तर पर अपने सभी कार्यालयों में लगभग 10,000 कर्मचारी हैं।
विजयकुमार ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘हमें उम्मीद है कि अगले 3-5 साल में कर्मचारियों की संख्या दोगुना हो जाएगी।’’
उन्होंने कहा कि कंपनी मेक्सिको, टोरंटो, वैंकूवर, कोस्टा रिका और रोमानिया समेत 20 ‘नियरशोर’ स्थानों से अपने कारोबार का संचालन करती है और इन स्थानों पर कर्मचारियों की संख्या में विस्तार जारी रहेगा।
एचसीएल टेक के शीर्ष अधिकारी के अनुसार कंपनी की रूस या यूक्रेन में कोई मौजूदगी नहीं है। कंपनी के केंद्र पूर्वी यूरोप....पोलैंड, रोमानिया और बुल्गारिया में हैं और ''ये सभी समान क्षमता पर काम कर रहे हैं।
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