मार्च में म्युचुअल फंडों की रिण-पत्र निवेश योजनाओं से 84,202 करोड़ रुपए की शुद्ध निकासी
punjabkesari.in Monday, May 10, 2021 - 08:50 PM (IST)
नयी दिल्ली, 10 मई (भाषा) मार्च 2021 में खत्म पिछले वित्त वर्ष की आखरी तिमाही में म्चुचुल फंडों की रिण-पत्रों/बांड में निवेश पर केंद्रित योजनाओं से 84,202 करोड़ रुपए की पूंजी की शुद्ध निकासी हुई। इसमें 56 प्रतिशत निकासी तरल निवेश (ट्रेजरी बिलों/सरकारी प्रतिभूति) योजनाओं से जुड़ी थी।
फर्म मॉर्निंगस्टार की एक रपट के मुताबिक यह वित्तीय वर्ष 2020-21 में अकेले चौथी तिमाही ही ऐसी रही जिसमें सुनिश्चित आय (बांड) योजनाओं से धन की शुद्ध निकासी हुई।
इससे पहले दिसंबर में खत्म हुई 2020-21 की तीसरी तिमाही में इन योजनाओं में 1.69 लाख रुपए, सितंबर में खत्म हुई दूसरी तिमाही में 35,222 करोड़ रुपए और जून में खत्म हुई पहली तिमाही में 1.09 करोड़ रुपए डाले गए थे।
रपट के मुताबिक 2018 में आईएलएंडएफएस संकट के बाद बांड में निवेश करने वालों के सामने मुश्किलें आयी हैं।
इसमें कहा गया, "कोविड-19 की वजह से अर्थव्यवस्था में आयी अनिश्चितता की स्थिति को देखते हुए निवेशक फिर से बांड की जगह कम जोखिम वाली संपत्तियों की ओर झुक रहे हैं।"
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
फर्म मॉर्निंगस्टार की एक रपट के मुताबिक यह वित्तीय वर्ष 2020-21 में अकेले चौथी तिमाही ही ऐसी रही जिसमें सुनिश्चित आय (बांड) योजनाओं से धन की शुद्ध निकासी हुई।
इससे पहले दिसंबर में खत्म हुई 2020-21 की तीसरी तिमाही में इन योजनाओं में 1.69 लाख रुपए, सितंबर में खत्म हुई दूसरी तिमाही में 35,222 करोड़ रुपए और जून में खत्म हुई पहली तिमाही में 1.09 करोड़ रुपए डाले गए थे।
रपट के मुताबिक 2018 में आईएलएंडएफएस संकट के बाद बांड में निवेश करने वालों के सामने मुश्किलें आयी हैं।
इसमें कहा गया, "कोविड-19 की वजह से अर्थव्यवस्था में आयी अनिश्चितता की स्थिति को देखते हुए निवेशक फिर से बांड की जगह कम जोखिम वाली संपत्तियों की ओर झुक रहे हैं।"
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