तालिबान का अब हिंसा जारी रखने का कोई कारण नहीं है : सुरक्षा सलाहकार

punjabkesari.in Friday, Apr 16, 2021 - 09:46 PM (IST)

नयी दिल्ली, 16 अप्रैल (भाषा) अफगानिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार हमदुल्ला मोहीब ने शुक्रवार को कहा कि अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन की अमेरिकी सैनिकों की वापसी की घोषणा के बाद अब तालिबान के लिये अफगानिस्तान में हिंसा जारी रखने का कोई कारण नहीं बनता है।

अफगानिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार हमदुल्ला मोहीब ने भारतीय विदेश मंत्री जयशंकर और ईरान के विदेश मंत्री जावेद जरीफ के साथ चर्चा के दौरान यह बात कही ।
मोहीब ने कहा कि उन्होंने अपने भारतीय समकक्ष अजीत डोवाल के साथ अफगानिस्तान में उभरती स्थिति पर चर्चा की है और अगले कुछ दिनों में एक दल बनाया जायेगा जो अमेरिका और नाटो के साथ परिवर्तन की योजना पर काम करेगा ।
उन्होंने कहा कि भविष्य के सहयोग को लेकर एक विस्तृत खाका तैयार किया जायेगा ।
अफगानिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने कहा कि यह स्थिति अब नहीं रह गई है कि तालिबान हिंसा जारी रखें, और मैं समझता हूं कि उनके (तालिबान) लिये अफगानिस्तान की सरकार के साथ वास्तव में शांति कायम करने और राजनीतिक समाज की मुख्यधारा का हिस्सा बनने का यही समय है ।
उन्होंने कहा कि बाइडेन की अमेरिकी सैनिकों की वापसी की घोषणा के बाद जो बड़ी तस्वीर उभरी है, उसके बाद अब तालिबान के लिये अफगानिस्तान में हिंसा जारी रखने का कोई कारण नहीं बनता है।

गौरतलब है कि एक महत्वपूर्ण घोषणा में अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने बुधवार को घोषणा की थी कि अमेरिकी सैनिक 11 सितंबर तक अफगानिस्तान से लौट जायेंगे । यह दिन साल 2001 में अमेरिका पर 9:11 अतंकी हमले की बरसी है । अल कायदा द्वारा आतंकी हमले के बाद साल 2001 के बाद से शुरू अभियान में अमेरिका के 2000 से अधिक जवान मारे जा चुके हैं ।
मोहीब ने कहा कि अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिकों की वापसी देश की सुरक्षा स्थिति पर पूरी तरह से नियंत्रण लेने का एक बड़ा अवसर होगी । अफगानिस्तान को जमीन पर अमेरिकी सैनिकों की जरूरत नहीं है बल्कि हमें अफगान सुरक्षा बलों को समर्थन की जरूरत है और हमें आश्वस्त किया गया है कि यह जारी रहेगा ।
अफानिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने कहा कि तालिबान हर मोर्चे पर हार रहा है और अगर वे इस उपलब्ध अवसर का लाभ नहीं उठाते हैं तो यह भूल होगी ।
अफगानिस्तान में सक्रिय विदेशी आतंकवादियों के संदर्भ में मोहीब ने कहा कि यह केवल अफगानिस्तान से विदेशी सैनिकों की वापसी की बात ही नहीं है बल्कि विदेशी लड़ाकों की वापसी की भी बात है जिसके साथ तालिबान काम कर रहे हैं और जो इस देश में विध्वंसकारी गतिविधियों में शामिल हैं ।

उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति अशरफ गनी बदलाव का नेतृत्व करने के लिये सर्वश्रेष्ठ व्यक्ति होंगे ।
दूसरी ओर, ईरान के विदेश मंत्री जावेद जरीफ ने कहा कि अमेरिका की अंतत: अफगानिस्तान से अपने सैनिकों को वापस बुलाने की घोषणा और प्रतिबद्धता सकारात्मक कदम है और इसे क्षेत्र की उस वास्तविकता के आलोक में देखा जाना चाहिए कि विदेशी बलों की उपस्थिति ने कभी भी शांति एवं स्थिरता में योगदान नहीं दिया ।
उन्होंने कहा कि तालिबान को अब अफगानिस्तान की सरकार, वहां के लोगों एवं देश के विभिन्न समूहों के साथ वार्ता शुरू कर देनी चाहिए । अब व्यापक संवाद होना चाहिए ।
उन्होंने कहा कि परिणाम का इंतजार करना शून्य पैदा कर देगा और तालिबान की इस शून्य को भरने की आकांक्षा एक मुसीबत साबित होगी ।
जरीफ ने कहा कि यह अफगानिस्तान में नये युद्ध का आधार तैयार करेगी और इस क्षेत्र में हम इसे बर्दाश्त नहीं कर सकते ।

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PTI News Agency

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