मायगव कोरोना चैटबॉट को दो करोड़ से अधिक लोगों ने किया उपयोग : हैप्टिक
punjabkesari.in Sunday, Apr 05, 2020 - 03:41 PM (IST)
नयी दिल्ली, पांच अप्रैल (भाषा) सरकार के ‘मायगव कोरोना हेल्पडेस्क’ चैटबॉट का अब तक दो करोड़ से अधिक लोग उपयोग कर चुके हैं। सरकार का यह प्रतिबद्ध व्हाट्सएप चैटबॉट लोगों को समय से कोरोना वायरस से जुड़ी जानकारियां देने के लिए विकसित किया गया है।
कृत्रिम मेधा (आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस-एआई) आधारित चैटबॉट बनाने वाली हैप्टिक ने इंफोटेक प्राइवेट लिमिटेड ने इसे विकसित किया है। हैप्टिक की 87 प्रतिशत हिस्सेदारी रिलायंस जियो के पास है।
चैटबॉट एक कंप्यूटर प्रोग्राम होता है। यह इंटरनेट पर लोगों के आपस में बात करने के काम आता है।
हैप्टिक के अनुसार इस चैटबॉट को 20 मार्च को शुरू किया गया। अब तक इस पर दो करोड़ से अधिक लोग 5.5 करोड़ से संदेश भेज चुके हैं।
हैप्टिक ने एक ट्वीट में कहा,‘‘ कोरोना के बारे में गलत जानकारी और अफवाहें लोगों के बीच ज्यादा आशंका पैदा कर रही हैं। इससे निपटने के लिए रिलायंस जियो और हैप्टिक ने मिलकर ‘मायगव कोरोना वायरस चैटबॉट’ विकसित किया है जो करोड़ों लोगों की मदद कर रहा है। लोग अपने सवाल +91-9013151515 नंबर पर व्हाट्सएप संदेश के तौर पर भेज सकते हैं।’’
हैप्टिक ने कहा कि इस चैटबॉट पर संदेश भेजने के लिए भाषा को बाधा नहीं है। इस पर आपकी हिंदी भेजी गयी समस्याओं का भी समाधान किया जाएगा।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
कृत्रिम मेधा (आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस-एआई) आधारित चैटबॉट बनाने वाली हैप्टिक ने इंफोटेक प्राइवेट लिमिटेड ने इसे विकसित किया है। हैप्टिक की 87 प्रतिशत हिस्सेदारी रिलायंस जियो के पास है।
चैटबॉट एक कंप्यूटर प्रोग्राम होता है। यह इंटरनेट पर लोगों के आपस में बात करने के काम आता है।
हैप्टिक के अनुसार इस चैटबॉट को 20 मार्च को शुरू किया गया। अब तक इस पर दो करोड़ से अधिक लोग 5.5 करोड़ से संदेश भेज चुके हैं।
हैप्टिक ने एक ट्वीट में कहा,‘‘ कोरोना के बारे में गलत जानकारी और अफवाहें लोगों के बीच ज्यादा आशंका पैदा कर रही हैं। इससे निपटने के लिए रिलायंस जियो और हैप्टिक ने मिलकर ‘मायगव कोरोना वायरस चैटबॉट’ विकसित किया है जो करोड़ों लोगों की मदद कर रहा है। लोग अपने सवाल +91-9013151515 नंबर पर व्हाट्सएप संदेश के तौर पर भेज सकते हैं।’’
हैप्टिक ने कहा कि इस चैटबॉट पर संदेश भेजने के लिए भाषा को बाधा नहीं है। इस पर आपकी हिंदी भेजी गयी समस्याओं का भी समाधान किया जाएगा।
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