एसएचओ आत्महत्या प्रकरण : गहलोत ने किसी भी स्वतंत्र एजेंसी से जांच कराने पर सैद्धांतिक सहमति दी
punjabkesari.in Monday, Jun 01, 2020 - 11:17 PM (IST)
जयपुर, एक जून (भाषा) राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राजगढ़ के थाना प्रभारी विष्णुदत्त बिश्नोई की आत्महत्या के मामले में जांच किसी भी स्वतंत्र एजेंसी से कराने पर सोमवार को सैद्धांतिक सहमति दे दी।
बिश्नोई के परिजनों ने मामले की सीबीआई से जांच कराने की मांग की थी।
सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि बिश्नोई समाज का एक प्रतिनिधिमंडल सोमवार को इस बारे में मुख्यमंत्री गहलोत से मिला और इस प्रकरण की जांच सीबीआई से कराने की मांग की।
उन्होंने बताया कि इसके बाद शाम को मुख्यमंत्री ने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ पूरे घटनाक्रम की समीक्षा की। उन्हें अवगत कराया गया कि इस मामले की जांच राज्य पुलिस की सीआईडी-सीबी शाखा द्वारा निष्पक्ष तरीके से की जा रही है।
प्रवक्ता ने बताया कि फिर भी गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार इस जांच (सीआईडी-सीबी) में परिजनों के सुझाव पर किसी भी अन्य पुलिस अधिकारी को शामिल करने अथवा प्रकरण की सीबीआई या न्यायिक जांच सहित किसी अन्य स्वतंत्र एजेंसी से जांच कराने पर सैद्धान्तिक रूप से सहमत है।
उल्लेखनीय है कि राजगढ़ (चूरू) के थाना प्रभारी विष्णुदत्त ने 22 मई की रात अपने क्वार्टर में कथित तौर पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। इस मामले में अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया गया है।
भाजपा और बसपा के कुछ विधायकों तथा अन्य नेताओं ने एक स्थानीय विधायक पर थानाधिकारी पर दबाव बनाने का आरोप लगाया है।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
बिश्नोई के परिजनों ने मामले की सीबीआई से जांच कराने की मांग की थी।
सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि बिश्नोई समाज का एक प्रतिनिधिमंडल सोमवार को इस बारे में मुख्यमंत्री गहलोत से मिला और इस प्रकरण की जांच सीबीआई से कराने की मांग की।
उन्होंने बताया कि इसके बाद शाम को मुख्यमंत्री ने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ पूरे घटनाक्रम की समीक्षा की। उन्हें अवगत कराया गया कि इस मामले की जांच राज्य पुलिस की सीआईडी-सीबी शाखा द्वारा निष्पक्ष तरीके से की जा रही है।
प्रवक्ता ने बताया कि फिर भी गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार इस जांच (सीआईडी-सीबी) में परिजनों के सुझाव पर किसी भी अन्य पुलिस अधिकारी को शामिल करने अथवा प्रकरण की सीबीआई या न्यायिक जांच सहित किसी अन्य स्वतंत्र एजेंसी से जांच कराने पर सैद्धान्तिक रूप से सहमत है।
उल्लेखनीय है कि राजगढ़ (चूरू) के थाना प्रभारी विष्णुदत्त ने 22 मई की रात अपने क्वार्टर में कथित तौर पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। इस मामले में अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया गया है।
भाजपा और बसपा के कुछ विधायकों तथा अन्य नेताओं ने एक स्थानीय विधायक पर थानाधिकारी पर दबाव बनाने का आरोप लगाया है।
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