सरहद पर दुश्मनों के छक्के छुड़ाने के लिए ठुकराया 25 लाख की जॉब का ऑफर

punjabkesari.in Wednesday, Apr 27, 2016 - 05:46 PM (IST)

जयपुर: देश भक्ति का रंग ही ऐसा है कि उसके आगे सब बौने लगते हैं। एक बार देश सेवा का सरूर सिर चढ़ जाए तो इंसान देश के लिए मर मिटने तक को तैयार हो जाता है। देश सेवा के जुनून की एक ही कहानी से आज हम आपको रू-ब-रू करवाने जा रहे हैं। माता-पिता ने बड़े ही नाजो से बेटी को पाला और शुरूआती पढ़ाई के लिए उसे एक हिल स्टेशन स्थित कॉन्वेंट स्कूल में भेजा।

देश की बेहतरीन यूनिवर्सिटी में प्रोफेशनल डिग्री लेने के बाद उसे एक अमेरिकन कंपनी से ऑफर मिला। ऑफर भी पूरे 25 लाख रुपए सालाना के सैलरी पैकेज का। सुनने वाले वाह!-वाह! कर उठे लेकिन देशभक्ति के जज्बे ने इस लड़की को इस कद्र अपने मोह में लिया कि अमेरिकन कंपनी का यह ऑफर ठुकरा दिया और इसने चुना देश सेवा का रास्ता। जोधपुर की मेघना सिंह ने अमेरिकन कंपनी का यह ऑफर ठुकरा दिया और भारतीय थल सेना को चुना। मेघना सिंह  भारतीय थल सेना की लेफ्टिनेंट हैं।

मेघना इन दिनों चेन्नई में ट्रेनिंग ले रही हैं। राजस्थान का नाम सेना में सेवाएं देने वाले जांबाजों के लिए हमेशा सबसे आगे रहा है। यहां की बेटियां भी देश सेवा के लिए जान तक न्यौच्छावर करने तो तत्पर रहती हैं। ऐसे में मेघना देशभक्ति से कैसे अछूती रहती। मेघना ने तीनों विंग में चयन की सफलता के झंडे गाड़ कर यह साबित कर दिया है कि कोई भी मंजिल मुश्किल नहीं है। मेघना के पिता रामसिंह कालवी विजयाराजे सिंधिया कृशि उपज मंडी समिति के सचिव हैं व माता विभा सिंह गृहिणी है और एक बहन गुंजन,  भाई राहुल है, दोनों ही उससे छोटे हैं। मेघना अपने भाई-बहन से बड़ी है। मेघना के पिता ने कहा कि बेटी के सपने को पूरा करने से कभी नहीं रोका, ये उसकी कड़ी मेहनत ही है कि वह इस मुकाम पर पहुंची।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Recommended News

Related News