दूसरी तिमाही में 7.2 प्रतिशत रह सकती है जीडीपी वृद्धि

punjabkesari.in Wednesday, Nov 21, 2018 - 11:50 AM (IST)

मुंबईः देश की सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) वृद्धि दर जुलाई से सितंबर की दूसरी तिमाही में कृषि और उद्योग क्षेत्र की धीमी वृद्धि की वजह से घटकर 7.2 प्रतिशत रह सकती है। मंगलवार को जारी एक रिपोर्ट में यह कहा गया है।  यहां यह उल्लेखनीय है कि चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही अप्रैल से जून के दौरान जीडीपी वृद्धि दर 8.2 प्रतिशत रही थी। दूसरी तिमाही के आधिकारिक आंकड़े इस महीने के अंत में जारी किये जायेंगे।  घरेलू रेटिंग एजेंसी इक्रा ने एक रिपोर्ट में कहा है, दूसरी तिमाही के दौरान जीडीपी वृद्धि में गिरावट मुख्य तौर पर उद्योगों की कमजोर वृद्धि की वजह से होगी। सितंबर तिमाही के दौरान औद्योगिक क्षेत्र की वृद्धि 7.1 प्रतिशत रहने का अनुमान है जो कि जून में समाप्त तिमाही में 10.3 प्रतिशत थी। जहां तक कृषि क्षेत्र की बात है दूसरी तिमाही में इस क्षेत्र की वृद्धि घटकर 3.5 प्रतिशत रह सकती है जो कि जून तिमाही में 5.3 प्रतिशत रही थी।

कमजोर रुपया और ऊंचे ईंधन मूल्यों को औद्योगिक वृद्धि की गति कमजोर पडऩे की प्राथमिक वजह माना जा रहा है जबकि असंतुलित मानूसन, कुछ इलाकों में बाढ और मानसून की देरी से वापसी, फसलों को नुकसान जैसे कई कारक हैं जिनसे कृषि क्षेत्र की वृद्धि प्रभावित हुई।  इक्रा की प्रधान अर्थशास्त्री आदिति नायर ने कहा कि तिमाही दर तिमाही के हिसाब से कंपनियों की कर-पूर्व माॢजन में कमी आई है।

कच्चे माल, ईंधन की लागत बढऩे और रुपये में गिरावट से माॢजन कम हुआ है। ‘‘कुल मिलाकर हमें विनिर्माण क्षेत्र में सकल मूल्यवर्धन (जीवीए) वृद्धि 7.0 प्रतिशत रहने का अनुमान लगता है जो कि वर्ष की पहली तिमाही में 13.5 प्रतिशत के स्तर पर रहा था।’’ एजेंसी के मुताबिक जिंसों के दाम बढऩे से खान एवं उत्खन्न क्षेत्र में जीवीए की वृद्धि में हल्का सुधार आ सकता है और यह पहली तिमाही के 0.1 प्रतिशत से बढ़कर दूसरी तिमाही में 2.5 प्रतिशत हो सकती है। इसी प्रकार बिजली, गैस, जलापूॢत और दूसरी सेवाओं के क्षेत्र में गतिविधियों में तेजी दिख सकती है।       
     


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Isha

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