2030 तक देश में हर दूसरी गाड़ी सी.एन.जी. वाली होगी
punjabkesari.in Wednesday, Nov 21, 2018 - 05:00 AM (IST)
नई दिल्ली: सरकार अगर अगले एक दशक में आवश्यक इन्फ्रास्ट्रक्चर बनाने पर ध्यान दे तो साल 2030 तक देश में बिकने वाली हर दूसरी गाड़ी कम्प्रैस्ड नैचुरल गैस (सी.एन.जी.) वाली होगी। इससे मारुति-सुजूकी और हुंडई मोटर इंडिया जैसी कार कम्पनियों को फायदा होगा।
सरकार ने अगले 10 सालों में 10,000 सी.एन.जी. स्टेशन खोलने के लिए हाल ही में नैचुरल गैस इन्फ्रास्ट्रक्चर डिवैल्पमैंट प्लान का ऐलान किया है। इसके अलावा पैट्रोलियम एंड नैचुरल गैस रैगुलेटरी बोर्ड (पी.एन.जी.आर.बी.) ने इस महीने शहरों में गैस वितरण के 10वें राऊंड का ऐलान किया है, जिससे 124 और जिलों में सी.एन.जी. इन्फ्रास्ट्रक्चर बनाया जाएगा।
ग्लोबल कंसल्टैंसी फर्म नोमुरा रिसर्च इंस्टीच्यूट (एन.आर.आई.) ने एक रिपोर्ट में बताया कि इन कदमों से 2030 तक कुल बिकने वाली गाडिय़ों में नैचुरल गैस से चलने वाले व्हीकल्स की संख्या को 50 प्रतिशत तक पहुंचाने का लक्ष्य हासिल करने में मदद मिलेगी। इससे साल 2030 तक क्रूड ऑयल इम्पोर्ट के बिल को 11 लाख करोड़ रुपए तक कम किया जा सकता है।
सी.एन.जी. व्हीकल्स की रनिंग कॉस्ट काफी कम
इंडस्ट्री के एक सीनियर एग्जीक्यूटिव ने बताया कि पैट्रोल और डीजल के मुकाबले सी.एन.जी. व्हीकल्स की रङ्क्षनग कॉस्ट काफी कम है। हालांकि इसका डिस्ट्रीब्यूशन नैटवर्क पर्याप्त नहीं होने के चलते मांग मजबूत नहीं है। सी.एन.जी. व्हीकल्स ज्यादातर दिल्ली-एन.सी.आर. और गुजरात, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, ओडिशा, उत्तर प्रदेश और पंजाब के कुछ चुङ्क्षनदा शहरों में बिकते हैं। अप्रैल 2018 तक देश में सिर्फ 1,424 सी.एन.जी. स्टेशन थे। नोमुरा की रिपोर्ट के मुताबिक क्रूड ऑयल इम्पोर्ट घटाने के अलावा नैचुरल गैस इन्फ्रास्ट्रक्चर डिवैल्पमैंट प्लान से 4,00,000 नौकरियों के भी पैदा होने की संभावना है।
ड्राइवर मंथली इंकम में कर सकते हैं इजाफा
थ्री-व्हीलर्स और लाइट कमशर््िायल व्हीकल्स के ड्राइवर अपने वाहन को सी.एन.जी. में बदलकर अपनी मंथली इंकम में 5,000 से 8,000 रुपए तक का इजाफा कर सकते हैं। नोमुरा रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि पी.एम. 2.5 और पी.एम. 10 जैसे वायु प्रदूषण फैलाने वाले पाॢटकल्स सी.एन.जी. व्हीकल्स में नहीं के बराबर होते हैं जिससे शहरों में वायु प्रदूषण को रोकने में भी सहायता मिलेगी।