Kundli Tv- इस मुस्लिम देश का रामायण से है अनोखा रिश्ता

punjabkesari.in Monday, Sep 24, 2018 - 05:19 PM (IST)

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हिंदू धर्म में रामायण को धार्मिक ग्रंथ की दर्जा प्राप्त है। भारत में तो रामायण को सब पूजते ही हैं। लेकिन भारत के अलावा भी एक एेसा देश है जहां रामायण बहुत प्रसिद्ध है। जी हां, इंडोनेशिया में रामायण को उतना ही महत्व दिया जाता है जितना भारत में। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इंडोनेशिया दुनिया के प्रमुख मुस्लिम देशों में से एक प्रमुख देश माना जाता है। 

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बता दें इंडोनेशिया दुनिया के मुस्लिम बाहुल्य देशों में से एक है। कहा जाता है कि इस देश में रामायण को राष्ट्रीय काव्य ग्रंथ का दर्ज दिया गया है। मान्यता है कि इस देश में अयोध्या नगरी है जिसे योग्या कहा जाता है। पौराणिक कथाओं के अनुसार भारतीय रामायण के रचियता कवि ऋषि वाल्मीकि हैं तो वहीं इंडोनेशियाई रामायण की रचना कवि योगेश्रर ने की है। 

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एेसा कहा जाता है कि 1973 में पहली बार किसी मुस्लिम देश की सरकार ने एक अंतर्राष्ट्रीय रामायण सम्मेलन का आयोजन करवाया था। यहां के लोग रामायण के बेहद दीवाने हैं। इस बात का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता कि यहां के नौ सेना अध्यक्ष को लक्ष्मण कहा जाता है। इस देश में भारत की संस्कृति की झलक भी देखने को मिलती है। इसके साथ ही इंडोनेशियाई एयरलाइंस का लोगो गरुड़ पक्षी है। 
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जैसे कि सबको पता ही होगा कि वाल्मीकि द्वारा भारतीय रामायण की रचना संस्कृत भाषा में की गई थी वहीं इंडोनेशिया के काकावीन की रचना ‘कावी भाषा’ में की गई है। इंडोनेशिया में 27 दिसंबर को राजधानी जकार्ता में आज़ादी दिवस मनाया जाता है। इस दिन युवा जकार्ता की सड़कों पर बजरंगबली का वेश धारण करके सरकारी परेड में शामिल होते हैं। इंडोनेशिया में हनुमान जी को अनोमान कहा जाता है। इंडोनेशिया में रामायण का बहुत प्रभाव है हर साल यहां के शहरों में रामलीला देखने को मिलती है जो काफी प्रसिद्ध है।  

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इंडोनेशिया में रामायण पर एक किस्सा भी है जिसमें इंडोनेशिया के पहले राष्ट्रपति सुकर्णो के समय पाक प्रतिनिधिमंडल इंडोनेशिया की यात्रा पर गया था, जहां रामलीला देखने को मिली तो पाक प्रतिनिधिमंडल ने पूछा की इस्लामी गणतंत्र पर रामलीला का मंचन क्यों? तो राष्ट्रपति सुकर्णो ने जवाब दिया कि ‘इस्लाम हमारा धर्म है और रामायण हमारी संस्कृति।
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Jyoti

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