तमिलनाडु के हिंसक प्रदर्शन में 11 लोगों की मौत, राहुल ने बताया- सरकार समर्थित आतंकवाद
punjabkesari.in Tuesday, May 22, 2018 - 07:38 PM (IST)
नेशनल डेस्क: तमिलनाडु के थूथुकुड़ी जिले में वेदांता कंपनी की स्टरलाइट कॉपर यूनिट के खिलाफ पिछले कई महीनों से जारी विरोध प्रदर्शन आज हिंसक हो गया। प्रदर्शनकारियों और पुलिस के साथ हुई झड़प में एक छात्रा सहित 11 लोगों की मौत हो गई तथा 17 से अधिक घायल हो गये। वहीं इसे लेकर राजनीति भी गरमा गई है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने इसे ‘सरकार प्रायोजित आतंकवाद की बर्बर मिसाल’ करार दिया।
The gunning down by the police of 9 people in the #SterliteProtest in Tamil Nadu, is a brutal example of state sponsored terrorism. These citizens were murdered for protesting against injustice. My thoughts & prayers are with the families of these martyrs and the injured.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) May 22, 2018
राहुल ने ट्वीट कर कहा कि तमिलनाडु में स्टरलाइट विरोधी प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने 11 लोगों को मार दिया। यह सरकार प्रायोजित आतंकवाद की बर्बर मिसाल है। उन्होंने कहा कि अन्याय का विरोध करने के लिए इन नागरिगों की हत्या की गई है। इन शहीदों के परिवारों और घायलों के प्रति मेरी संवेदना और प्रार्थना है।
#WATCH Protest held in Tuticorin demanding ban on Sterlite Industries, in wake of the pollution created by them #TamilNadu pic.twitter.com/23FWdj1do5
— ANI (@ANI) May 22, 2018
बता दें कि विरोधी स्टरलाइट प्रचारकों ने बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन का आह्वान कर जिला कलेक्टर कार्यालय की घेराबंदी के 100वें दिन की पूर्व संध्या पर ब्रिटेन की वेदांत समूह के संयंत्र को स्थायी रूप से बंद करने की मांग की। जिला कलेक्टर एन वेंकटेश ने कंपनी के आस पास धारा 144 लागू की थी। प्रतिबंध के आदेश को धत्ता देते हुए आज सुबह महिला मोर्चा समेत 20 हजार प्रदर्शनकारी विभिन्न मोर्चाें से कलेक्टरेट की ओर बढ़े। पुलिस कर्मियों ने थूथुकुड़ी-तिरुनेलवेली राष्ट्रीय राजमार्ग के वीवीडी जंक्शन में प्रदशनकारियों को रोका।
प्रदर्शनकारियों ने पुलिसकर्मियों और उनके वाहनों पर पथराव किया। मजबूरन प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज करना पड़ा। इस बीच गुस्साई भीड़ ने पुलिस की घेराबंदी को तोड़ दिया और जिला कलेक्टरेट कार्यालय परिसर की ओर बढ़ गये। जहां प्रदर्शनकारियों ने कार्यालय की खिड़कियों के शीशे तोड़ दिये और कई वाहनों और वहां खड़े दुपहिया वाहनों में आग लगा दी। बता दें कि प्रदर्शनकारियों का आरोप हे कि इस कारखाने से फैलने वाले प्रदूषण से उनके स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ता है। इस कारण वह इसका विरोध कर रहे हैं।