BJP का चाल चरित्र चेहरा? ​कर्नाटक विधानसभा में पोर्न देखने के आरोपी विधायकों को दिया टिकट

punjabkesari.in Tuesday, Apr 24, 2018 - 07:04 PM (IST)

नेशनल डेस्क (आशीष पाण्डेय): कर्नाटक विधानसभा चुनाव में अपनी फतह पक्की करने के लिए सभी राजनीतिक पार्टियों ने साम दाम दंड भेद का दांव अपनाने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है। इस लड़ाई में सबसे अधिक वार व पलटवार बीजेपी द्वारा सिद्धारमैया व सत्ताधारी पार्टी कांग्रेस पर किया जा रहा है। कांग्रेस के टिकट बंटवारे पर बीजेपी ने जमकर निशाना साधा, लेकिन अब मौका कांग्रेस के पास है। भाजपा ने जो अपने उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की है, उनमें उन तीन उम्मीदवारों के नाम भी शामिल हैं, जो कि साल 2012 में कर्नाटक विधानसभा में पोर्न देखते पकड़े गए थे।  हाल ही में कर्नाटक विधानसभा चुनावों के लिए बीजेपी ने अपने उम्मीदवारों की चौथी सूची जारी की है। भाजपा 224 सीटों वाली कर्नाटक विधानसभा के लिए 220 उम्मीदवारों का ऐलान कर चुकी है।
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चाल चरित्र चेहरा बेनकाब
बीजेपी हमेशा टिकट बंटवारे पर चाल चरित्र चेहरा की बात करके अपनी स्वघोषित बढृाई कर खुद ही अपनी पीठ थपथपा लेने का काम करती रही है। कर्नाटक विधानसभा चुनाव में जिस तरह बीजेपी ने इन 3 विधायकों को टिकट दिया उससे पार्टी के इस टैग लाइन की हकीकत सामने आ गई है। एडीआर की रिपोर्ट में भी इस बात का जिक्र है कि बीजेपी के सबसे ज्यादा 12 सांसद-विधायकों के खिलाफ महिलाओं से जुड़े अपराध के मामले में मुकदमा चल रहा है, दूसरे नंबर पर शिवसेना के सात और फिर तृणमूल कांग्रेस के छह सांसद-विधायक हैं। सभी पार्टियों के कुल 45 सांसद और तीन विधायक हैं। महिलाओं के खिलाफ जुर्म में सबसे ज्यादा 12 सांसद-विधायक महाराष्ट्र के हैं तो दूसरे नंबर पर पश्चिम बंगाल के 11 और आंध्र प्रदेश के पांच माननीय हैं। वहीं ओडिशा और आंध्र प्रदेश में पांच-पांच सांसद-विधायक हैं।
 

क्या था मामला
जब कर्नाटक में भाजपा सरकार सत्ता में थी, तब सरकार में मंत्री और भाजपा विधायक लक्ष्मण सावादी विधानसभा की कार्यवाही के दौरान मोबाइल फोन पर पोर्न देखते पकड़े गए थे। उनके साथ उसी सरकार में पर्यावरण मंत्री जे.कृष्णा पालेमर और महिला एवं बाल विकास मंत्री सीसी पाटिल भी लक्ष्मण सावदी के फोन में पोर्न देखने मशगूल थे। ये तीनों जब पोर्न देखने में मशगूल थे तब विधानसभा में सूखे के हालात पर चर्चा चल रही थी। इस दौरान विधानसभा की कार्यवाही कवर कर रहे मीडिया के कैमरों ने इन मंत्रियों को पोर्न देखते रंगे हाथ पकड़ा था। इस घटना के मीडिया में आने के बाद काफी हंगामा हुआ था। विपक्षी पार्टियों ने आरोपी नेताओं के इस्तीफे की भी मांग की थी। हालांकि अपने बचान में मंत्री लक्ष्मण सावादी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा था कि ‘मिस्टर पालेमार मुझे पश्चिमी देश में हुए एक महिला के गैंगरेप की वीडियो दिखा रहे थे, जिसे ब्लू फिल्म समझ लिया गया, लेकिन वह ब्लू फिल्म नहीं थी।’
 

 


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ASHISH KUMAR

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