अक्षय तृतीया: 58 साल बाद शुभ संयोग, सोया भाग्य जगाएं

punjabkesari.in Wednesday, Apr 18, 2018 - 09:02 AM (IST)

आज 58 साल बाद ग्रह नक्षत्रों का अद्भुत संयोग लिए अक्षय तृतीया आई है, साथ ही शनि वक्री हुए हैं। शास्त्र कहते हैं जब वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि कृतिका नक्षत्र से शुरू हुई हो तो ऐसे में इस नक्षत्र का स्वामी सूर्य होता है। इस समय सूर्य उच्च का व शुक्र मेष राशि में है। मन के कारक चन्द्रमा भी वृष राशि के उच्च में हैं। सभी मिलकर अद्भुत संयोग बनाते हैं। जो धन लाभ का कई गुना अधिक फल देते हैं। इसके साथ ही बना है सर्वार्थ सिद्धि योग, जो जीवन में कभी न खत्म होने वाला धन का सुख देता है। 


लोक मान्यता के अनुसार अक्षय तृतीया के दिन देवी लक्ष्मी घर-घर जाकर धन-दौलत की बरसात करती हैं। धन पाने के महादिवस का लाभ उठाएं, सोना खरीदना शुभ रहेगा। यदि सोना खरीदने की हिम्मत न हो तो कोई भी मेटल खरीदें। लक्ष्मी पूजन करें।


शनि हो गए हैं वक्री, काली छाया के प्रभाव से बचना होगा। किसी भी शुभ काम में हाथ डालने से पहले शनिदेव को खुश करना न भुलें। तभी किए गए काम का पूरा लाभ प्राप्त हो सकेगा। ये उपाय करें-

कड़वे तेल और काली दाल का दान करें।

पीपल पर जल अर्पित करें।


सोया भाग्य जगाएं
घर के मुुख्य प्रवेश द्वार पर लाल रंग के सिंदूर से स्वास्तिक का चिन्ह आगे व पीछे दाेनाें तरफ बनाएं ताकि आने आैर जाने वाले दाेनाें पर दैवीय शक्तियों का आशीर्वाद बना रहे। मां लक्ष्मी का घर में प्रवेश हाेगा, दुख आैर दरिद्रता घर से बाहर जाएंगे। 


घर के उत्तर तथा पूर्व की दिशा काे गंगा जल डालकर शुद्ध करें। आम के पत्ताें का बंधन बना कर मुख्य द्वार पर लगाएं। 


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Niyati Bhandari

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