YouTuber ''थोप्पी'' को केरल में एयरगन से धमकाने के आरोप में हिरासत में लिया, फिर रिहा
punjabkesari.in Wednesday, Apr 16, 2025 - 12:32 PM (IST)

नेशनल डेस्क: केरल के कोझिकोड जिले के वडकारा में एक निजी बस के कर्मचारी पर कथित रूप से बंदूक तानने के आरोप में लोकप्रिय यूट्यूबर 'थोप्पी' को हिरासत में लिया गया। हालांकि, जांच के बाद उसे रिहा कर दिया गया। पुलिस ने बताया कि घटना के बाद यह स्पष्ट हुआ कि जिस बंदूक का जिक्र किया जा रहा था, वह असल में एक एयरगन थी, जिसके लिए लाइसेंस की जरूरत नहीं होती। इस मामले ने एक बार फिर सोशल मीडिया पर ध्यान आकर्षित किया है और यूट्यूबर से जुड़े विवादों को लेकर सवाल उठाए हैं। हालांकि, पुलिस ने मामले की जांच पूरी कर दी और इस बार भी थोप्पी को रिहा कर दिया गया है, लेकिन यह घटना सोशल मीडिया पर किसी भी तरह की प्रतिक्रिया को जन्म देती है। इस तरह के विवादों से यूट्यूबरों की जिम्मेदारी और उनकी पहचान पर सवाल उठ रहे हैं।
घटना की संक्षिप्त जानकारी
पुलिस के अनुसार, यह घटना मंगलवार शाम की है। जब थोप्पी की कार को एक निजी बस ने ओवरटेक किया, तो थोप्पी ने गुस्से में आकर उस बस का पीछा किया और वडकारा में बस के कर्मचारियों से बहस करने लगा। बस कर्मचारियों ने आरोप लगाया कि थोप्पी ने उनकी ओर बंदूक तान दी। इसके बाद, दोनों पक्षों को पुलिस थाने बुलाया गया, और घटना की जांच की गई।
जांच में खुलासा, एयरगन थी बंदूक
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, जब जांच की गई तो पता चला कि जिस बंदूक को लेकर विवाद था, वह एयरगन थी। एयरगन एक प्रकार की हवा से चलने वाली हथियार होती है, जिसका इस्तेमाल शिकार या शूटिंग के खेलों में किया जाता है। इस प्रकार के हथियार के लिए किसी लाइसेंस की आवश्यकता नहीं होती। साथ ही, पुलिस ने यह भी बताया कि बस कर्मचारियों ने कोई औपचारिक शिकायत नहीं दी, जिससे यह मामला अधिक गंभीर नहीं हुआ।
यूट्यूबर थोप्पी की पहचान और पिछली घटनाएं
यूट्यूबर थोप्पी का असली नाम निहाद है और वह सोशल मीडिया पर काफी लोकप्रिय हैं। उनके यूट्यूब चैनल पर लाखों सब्सक्राइबर हैं। इससे पहले भी थोप्पी विवादों में रहे हैं। हाल ही में, उन्हें मल्लापुरम में एक स्थानीय दुकान के उद्घाटन के दौरान सड़क पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने और ट्रैफिक जाम लगाने के मामले में पुलिस ने हिरासत में लिया था।
रिहाई और पुलिस का बयान
पुलिस अधिकारी ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए थोप्पी को रिहा कर दिया गया क्योंकि उसने बस कर्मियों को आत्मरक्षा के रूप में एयरगन का इस्तेमाल किया था और कोई औपचारिक शिकायत भी नहीं की गई थी। इसके बाद उसे बिन दोषी पाए गए वापस छोड़ दिया गया।