नहीं होगी कभी पैसों की तंगी! जगन्नाथ रथ यात्रा से लौटते वक्त घर ला सकते हैं ये शुभ वस्तुएं
punjabkesari.in Monday, Jun 23, 2025 - 11:57 AM (IST)

नेशनल डेस्क: ओडिशा के पुरी स्थित जगन्नाथ मंदिर की रथ यात्रा सिर्फ एक धार्मिक उत्सव नहीं, बल्कि लाखों भक्तों के लिए आस्था और विश्वास का प्रतीक है। इस यात्रा से जुड़ी कई परंपराएं हैं, जिनमें से कुछ पवित्र वस्तुओं को घर लाना बेहद शुभ माना जाता है। मान्यता है कि ये वस्तुएं भगवान जगन्नाथ का आशीर्वाद लेकर आती हैं और घर में सुख-समृद्धि लाती हैं। आइए जानते हैं ऐसी ही तीन खास चीजों के बारे में-
मंदिर का पवित्र बेंत (छड़ी)
जगन्नाथ मंदिर से बेंत या छड़ी लाने की परंपरा सदियों पुरानी है। रथ यात्रा के दौरान इस पवित्र बेंत को भक्त छूकर आशीर्वाद लेते हैं। माना जाता है कि यह बेंत भगवान की दिव्य ऊर्जा और शक्ति का प्रतीक है। जो भक्त इसे अपने घर लाते हैं और पूजा स्थान या तिजोरी में रखते हैं, उनके घर में मां लक्ष्मी का वास होता है और दुख-दरिद्रता दूर होती है। यह बेंत बल, बुद्धि और यश की प्राप्ति में भी सहायक माना जाता है। कुछ जगहों पर तो यह भी रिवाज है कि इस बेंत से परिवार के सदस्यों को हल्का स्पर्श कराया जाता है, जिससे घर की नकारात्मकता दूर होती है और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
रथ की लकड़ी का छोटा टुकड़ा
भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और देवी सुभद्रा के भव्य रथों का निर्माण नीम की पवित्र लकड़ी से किया जाता है। ये रथ हर साल नए सिरे से तैयार होते हैं और यात्रा संपन्न होने के बाद इन्हें श्रद्धापूर्वक तोड़ दिया जाता है। यदि किसी भक्त को इन रथों की लकड़ी का एक छोटा टुकड़ा मिल जाए, तो इसे अत्यंत सौभाग्यशाली माना जाता है। यह पवित्र टुकड़ा घर में खुशहाली और सौभाग्य लाता है। इसे अपने पूजा घर या किसी पवित्र कोने में रखने से सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और जीवन की सभी बाधाएं दूर होती हैं। यह समृद्धि और सफलता के नए द्वार खोलता है।
तुलसी की पवित्र माला
भगवान जगन्नाथ स्वयं भगवान विष्णु के ही स्वरूप हैं और तुलसी उन्हें अत्यंत प्रिय है। इसलिए, रथ यात्रा से लौटते समय तुलसी की माला लाना भी बेहद शुभ माना जाता है। इसे घर में रखने से वातावरण पवित्र और सकारात्मक बना रहता है, साथ ही नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है। इन पवित्र वस्तुओं को घर लाने से भगवान जगन्नाथ का सीधा आशीर्वाद प्राप्त होता है, जिससे जीवन में धन, यश और सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है। यह सब भक्तों की गहरी आस्था और अटूट विश्वास का ही प्रतिफल है।