साल 2016 की ऐसी घटनाएं जिनसे साबित होता है मानवता अभी भी जिंदा है

punjabkesari.in Thursday, Dec 15, 2016 - 01:17 PM (IST)

नई दिल्ली: साल 2016 अपने अंत की ओर है और नया साल 2017 का आगाज होने वाला है। इसी साल देश के अलग-अलग कोनों से कई ऐसी खबरें आई जिससे साबित होता है कि दुनिया से अभी मानवता खत्म नहीं हुई है। आइए, आज साल 2016 की अच्छी यादों को समेटने की कोशिश करते हैं और एक नजर डालते हैं उन घटनाओं की तरफ...

1. सिख समुदाय के लोगों ने एटीएम की कतारों में लोगों को पिलाई चाय
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नोटबंदी वाले फैसले के बाद जब एटीएम और बैंक के बाहर लाइन घंटो लगकर लोग मुसीबत झेल रहे थे तब वहीं पर सिख समुदाय के लोग सबको चाय-पानी पिला कर इंसानियत की मिसाल कायम कर रहे थे। पैसों की खातिर घंटों कतारों में खड़े लोगों को राहत देने के लिए सिख लोग चाय-पानी से उनकी सेवा कर रहे थे।


2. भारतीय खिलाडिय़ों ने पहनी मां के नाम की जर्सी
इस साल भारतीय क्रिकेट टीम ने 'नई सोच' अभियान के तहत पुरुष प्रधान समाज को एक ताकतवर संदेश देने के लिए भारत बनाम न्यूजीलैंड सीरीज के दौरान मां के नाम की जर्सी पहनी थी। हमारे समाज में पिता की अहमियत ज्यादा होती है, लेकिन मां के योगदानों को एक पहचान देने के लिए टीम इंडिया का उठाया गया ये कदम सच में सराहनीय था। 


3.मुस्लिम युवाओं ने किया एक हिंदू का अंतिम संस्कार
एक तरफ जहां देश के धार्मिक माहौल में असहिष्णुनता की हवा घुल रही थी, वहीं महाराष्ट्र के ठाणे में कुछ मुस्लिम युवकों ने मानवता को धर्म से ऊपर रखते हुए एक मिसाल कायम की थी। आठ मुस्लिम युवकों ने एक हिंदू शख्स का अंतिम संस्कार किया था। 

4. हिंदू-मुस्‍लिम युवकों ने एक-दूसरे की पत्‍नी को किडनी डोनेट कर बचाई जान
हिंदू-मुस्लिम धर्म के बीच एकता का एक अनोखा उदाहरण सामने आया। राजस्थान के जयपुर में एक हिंदू व एक मुस्लिम शख्स ने एक दूसरे की पत्नी को अपना किडनी दान में देकर जान बचाई। दरअसल, उन दोनों का ब्लड ग्रुप मैच कर गया था। किडनी के प्रत्यारोपण के बाद दोनों ने बिना किसी धार्मिक द्वेष के साथ में श्वद्बस्र-द्यर्-ंह्वद्धड्ड मनाया था. अहमद पटेल और विनोद मेहरा ने एक-दूसरे के प्रति सम्मान और आभार भी व्यक्त किया था।
 


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