Yamuna Pollution: यमुना नदी को झाग-मुक्त बताने वाला CM का दावा फेल! नदी में ज़हरीला झाग और नावें कर रहीं ये काम
punjabkesari.in Friday, Nov 21, 2025 - 12:12 PM (IST)
नेशनल डेस्क : दिल्ली की सीएम रेखा गुप्ता द्वारा किए गए 'यमुना को झाग मुक्त' करने के दावे पर सवाल खड़े हो गए हैं। एक मीडिया चैनल की उनकी टीम द्वारा यमुना नदी की सतह पर दिखने वाली सफेद परत को लेकर एक स्टिंग आपरेशन किया गया, जिसमें यह पाया गया है कि नदी में झाग खत्म नहीं हुआ बल्कि रासायनिक छिड़काव के ज़रिए उसे अस्थायी रूप से दबाया जा रहा है।
स्टिंग आपरेशन की इस रिपोर्ट में सुबह-सुबह यमुना नदी पर ज़हरीले सफ़ेद झाग की मोटी परतें तैरती हुई दिखाई गईं, जो दिल्ली सरकार के 'झाग मुक्त' होने के दावों के बिल्कुल विपरीत हैं।
सुबह- शाम रसायन का हो रहा है छिड़काव
इस रिपोर्ट में बताया कि नदी दिन के समय साफ़ दिखती है क्योंकि दिल्ली सरकार सुबह 8 बजे से शाम 5-6 बजे तक नदी पर लगातार रासायनिक छिड़काव करवा रही है। रिपोर्ट में कहा गया, "हम कल दोपहर के आसपास भी यहीं थे और तब लगभग कोई झाग नहीं था। लेकिन ऐसा इसलिए था क्योंकि रासायनिक छिड़काव चल रहा था। जैसे ही यह छिड़काव रात में बंद होता है, यानी सुबह-सुबह, झाग की यह परत आपको हर तरफ़ दिखाई देती है।" पत्रकार ने जिस घने झाग का वीडियो दिखाया, वह कथित तौर पर सुबह 7 बजे शूट किया गया था।
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सरकार की पारदर्शिता पर उठे सवाल
सीएम रेखा गुप्ता ने छठ पूजा से तीन हफ़्ते पहले यमुना को पूरी तरह से 'झाग-मुक्त' घोषित किया था और पिछली केजरीवाल सरकार के समय की ज़हरीली झाग वाली तस्वीरों की तुलना में साफ यमुना दिखाते हुए वीडियो भी जारी किए थे।
यह खुलासा सरकार की जवाबदेही, पारदर्शिता और ईमानदारी पर गंभीर सवाल खड़े करता है। रसायनों के उपयोग से झाग को दबाने की यह रणनीति नदी किनारे रहने वाले ग़रीबों, नदी के पानी के संपर्क में आने वाले लापरवाह लोगों और जानवरों के स्वास्थ्य के लिए एक बड़ा ख़तरा पैदा करती है। इसमें पिछली केजरीवाल सरकार और वर्तमान सीएम रेखा गुप्ता के नेतृत्व वाली दोनों सरकारों की यमुना की सफ़ाई में नाकामी के लिए आलोचना की है।
