Delhi Air Pollution: दिल्ली की हवा फिर बनी ज़हर, सर्दी के साथ बढ़ा प्रदूषण का कहर, सांस लेना हुआ मुश्किल
punjabkesari.in Saturday, Nov 15, 2025 - 01:41 PM (IST)
नेशनल डेस्क: दिल्ली में ठंड की आहट के साथ वायु प्रदूषण एक बार फिर अपनी चरम सीमा पर पहुंचने लगा है। राजधानी की हवा इतनी खराब हो चुकी है कि सामान्य गतिविधियों के लिए घर से बाहर निकलना भी जोखिम भरा हो गया है। उद्योगों से उठता धुआं, लगातार बढ़ती वाहनों की संख्या, निर्माण स्थलों की धूल और पड़ोसी राज्यों में पराली जलने का असर सब मिलकर हवा को बेहद खतरनाक बना रहे हैं। नई दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 486 रिकॉर्ड किया गया, जो अत्यंत गंभीर श्रेणी में माना जाता है।
सात क्षेत्रों में सर्वाधिक प्रदूषित हवा
दिल्ली के कई इलाकों में एयर क्वालिटी गंभीर स्तर पर पहुंच चुकी है। राजधानी के सात स्थानों पर हवा इतनी खराब मिली कि विशेषज्ञों ने इसे स्वास्थ्य के लिए सीधा खतरा बताया। प्रमुख क्षेत्रों के AQI इस प्रकार दर्ज किए गए—
➤ बवाना: 420
➤ वज़ीरपुर: 385
➤ अलीपुर: 372
➤ आरके पुरम: 334
➤ पटपरगंज: 355
➤ बुराड़ी: 348
चिकित्सकों का कहना है कि ऐसे वातावरण में लंबे समय तक सांस लेने से फेफड़ों की कार्यक्षमता कम हो सकती है। छोटे बच्चे, बुजुर्ग, गर्भवती महिलाएं और अस्थमा या सांस संबंधी बीमारी वाले लोग विशेष सावधानी बरतें।
राहत की उम्मीद कब?
मौसम विभाग के अनुसार, निकट भविष्य में हवा की गुणवत्ता में बड़ा सुधार दिखने की संभावना कम है। हवा में सुधार तभी होगा, जब हवा की गति बढ़ेगी और तापमान में थोड़ी वृद्धि होगी। तेज हवा वायुमंडल में मौजूद प्रदूषक कणों को फैला देती है, जिससे AQI नीचे आने लगता है। फिलहाल, हवा स्थिर है और प्रदूषण जमीन के आसपास जमा हो रहा है।
दिल्ली का तापमान और हवा का रुख
शनिवार (15 नवंबर) को राजधानी का न्यूनतम तापमान 12°C और अधिकतम 27.5°C रहने का अनुमान लगाया गया है। दिन में हल्की गर्मी और रात में ठंडक बनी रहेगी। हवा की गति फिलहाल 6.1 किमी प्रति घंटा दर्ज की गई है, जो प्रदूषण को कम करने के लिए पर्याप्त नहीं मानी जा रही।
क्या करें दिल्लीवासी?
जब तक मौसम की स्थितियों में सुधार नहीं होता, तब तक लोगों को खुद सावधान रहना ही सबसे सुरक्षित विकल्प है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ N95 मास्क पहनने, बाहरी गतिविधियां सीमित रखने और घर के अंदर एयर प्यूरीफायर या पौधों का उपयोग बढ़ाने की सलाह दे रहे हैं।
