पाकिस्तान को बड़ा झटका ! सिंधु जल संधि पर वर्ल्ड बैंक ने अनसुनी की पाक की गुहार, कहा- हम कुछ नहीं कर सकते
punjabkesari.in Friday, May 09, 2025 - 06:34 PM (IST)

नेशनल डेस्क : भारत के साथ बढ़ते तनाव के बीच पाकिस्तान को एक और कूटनीतिक मोर्चे पर हार का सामना करना पड़ा है। सिंधु जल संधि को भारत द्वारा रोके जाने के बाद पाक द्वारा विश्व बैंक से मदद की गुहार लगाई गई थी। विश्व बैंक ने साफ तौर पर कहा कि ये संधि केवल एक मध्यस्थ की भूमिका निभाता है और इस मामले में कुछ भी करने की स्थिति में नहीं है।
मध्यस्थता की अटकलों को बताया बकवास
विश्व बैंक के अध्यक्ष अजय बंगा ने इस मुद्दे पर साफ बयान देते हुए कहा कि संगठन की भूमिका केवल एक मध्यस्थ की है। इसी के साथ उन्होंने मीडिया की उन खबरों को भी खारिज किया, जहां ये दावा किया उन्होंने मीडिया में चल रही उन अटकलों को भी खारिज किया, जिनमें दावा किया जा रहा था कि विश्व बैंक इस समस्या का कोई समाधान निकालेगा। बंगा ने जोर देकर कहा कि विश्व बैंक की भूमिका सिर्फ मध्यस्थता तक ही सीमित है।
अंतर्राष्ट्रीय दबाव बनाने की पाक की कोशिश नाकाम
भारत पर अंतर्राष्ट्रीय दबाव बनाने की कोशिश कर रहे पाकिस्तान को यह एक बड़ा झटका लगा है। दरअसल, पाकिस्तान के कानून और न्याय राज्य मंत्री अकील मलिक ने समाचार एजेंसी रॉयटर्स को बताया था कि इस्लामाबाद इस मुद्दे पर कम से कम तीन अलग-अलग कानूनी विकल्पों पर विचार कर रहा है, जिसमें संधि के सूत्रधार विश्व बैंक के समक्ष इस मामले को उठाना भी शामिल था।
पीएम मोदी का दृढ़ संकल्प-
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहले ही स्पष्ट घोषणा कर चुके हैं कि भारत के हिस्से का पानी अब भारत के लोगों के लिए ही इस्तेमाल किया जाएगा। उन्होंने सिंधु जल संधि का जिक्र करते हुए का उल्लेख करते हुए कहा था, "भारत के हक का पानी, भारत के हक में बहेगा।"
सिंधु जल संधि निलंबन से पाकिस्तान में बेचैनी
सिंधु जल संधि के निलंबित होने के बाद पाकिस्तान में काफी बेचैनी है। इस निलंबन के बाद अब भारत पाकिस्तान को यह बताने के लिए बाध्य नहीं है कि वह कब पानी छोड़ेगा और किस समय उसे बंद करेगा। गुरुवार को जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले से आई तस्वीरें इस बात का प्रमाण हैं, जिनमें सलाल बांध के तीन गेट खुले हुए दिखाई दिए। चेनाब नदी पर स्थित इस बांध पर भारत ने पहले पाकिस्तान की ओर जाने वाले पानी के प्रवाह को नियंत्रित किया था और बाद में उसे खोल दिया, जिससे पाकिस्तान की चिंताएं और बढ़ गई हैं।