न्यू ईयर से पहले बड़ा झटका! आज Swiggy-Zomato से लेकर Flipkart तक ठप, नहीं पहुंचेगा आपका ऑर्डर
punjabkesari.in Wednesday, Dec 31, 2025 - 09:27 AM (IST)
नेशनल डेस्क: अगर आपने आज रात ऑनलाइन खाना, ग्रॉसरी या कोई और सामान मंगाने का मन बना रखा है, तो ज़रा ठहर जाइए. साल के आख़िरी दिन आपका ये प्लान अटक सकता है. वजह है—देशभर में डिलीवरी वर्कर्स की बड़ी हड़ताल, जिसने Swiggy, Zomato से लेकर Amazon और Flipkart तक की सेवाओं को प्रभावित कर दिया है।
क्यों खास है आज का दिन?
31 दिसंबर को जब न्यू ईयर सेलिब्रेशन अपने चरम पर होता है, तब ऑनलाइन फूड डिलीवरी, क्विक कॉमर्स और ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स पर ऑर्डर की बाढ़ आ जाती है. लेकिन इसी सबसे व्यस्त दिन डिलीवरी वर्कर्स ने काम से दूरी बनाने का फैसला किया है। यूनियनों का दावा है कि एक लाख से ज्यादा डिलीवरी पार्टनर या तो ऐप से लॉगआउट कर चुके हैं या बेहद सीमित काम कर रहे हैं।
हड़ताल के पीछे कौन?
इस आंदोलन की अगुवाई तेलंगाना गिग एंड प्लेटफॉर्म वर्कर्स यूनियन (TGPWU) और इंडियन फेडरेशन ऑफ ऐप-बेस्ड ट्रांसपोर्ट वर्कर्स (IFAT) कर रहे हैं. इन्हें महाराष्ट्र, कर्नाटक, दिल्ली-NCR, पश्चिम बंगाल और तमिलनाडु के कई क्षेत्रीय प्लेटफॉर्म वर्कर संगठनों का समर्थन भी मिला है।
क्या हैं डिलीवरी वर्कर्स की मांगें?
यूनियनों का कहना है कि Food Delivery और Quick Commerce Sector तेज़ी से बढ़ रहा है, लेकिन ज़मीन पर काम करने वालों की हालत नहीं सुधरी.
-
न बेहतर कमाई
-
न नौकरी की सुरक्षा
-
न सुरक्षित कामकाजी हालात
वर्कर्स का आरोप है कि प्लेटफॉर्म कंपनियां सिर्फ़ तेज़ डिलीवरी और ग्राहक सुविधा पर ध्यान देती हैं, जबकि बढ़ते वर्कलोड और घटती इनकम का पूरा बोझ डिलीवरी पार्टनर्स पर डाल दिया जाता है.
‘नई उम्र का शोषण’
यूनियन नेताओं का दावा है कि जब भी गिग वर्कर्स अपनी बात रखते हैं, तो उन्हें डराने-धमकाने के तरीके अपनाए जाते हैं—आईडी ब्लॉक करना, पुलिस शिकायत की धमकी देना या एल्गोरिदम के ज़रिए सज़ा देना। उनका कहना है कि गिग इकॉनमी को मजदूरों की थकी हुई देह और दबाई गई आवाज़ों पर खड़ा नहीं किया जा सकता.
आम लोगों पर क्या असर?
आज के दिन खाना, ग्रॉसरी या ऑनलाइन शॉपिंग में देरी, ऑर्डर कैंसिलेशन या सर्विस बिल्कुल न मिलने की स्थिति बन सकती है. यानी न्यू ईयर सेलिब्रेशन से पहले प्लान B तैयार रखना ही समझदारी होगी.
