महिला पायलट को अकेली देखकर कैब में घुस आए गैर मर्द, फिर पीछे की सीट पर हुआ कुछ ऐसा कि निकल गई चीखें...

punjabkesari.in Sunday, Jun 22, 2025 - 04:07 PM (IST)

नेशनल डेस्क। मायानगरी मुंबई में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर एक और चौंकाने वाला मामला सामने आया है। एक महिला एयरलाइन पायलट ने आरोप लगाया है कि उबर कैब से घर लौटते समय उनके साथ छेड़छाड़ की गई। उन्होंने बताया कि कैब ड्राइवर ने न सिर्फ तय मार्ग बदल दिया बल्कि बीच रास्ते में दो अजनबी पुरुषों को कैब में बैठा लिया जिनमें से एक ने उनके साथ अश्लील हरकत की। पुलिस ने इस मामले में कैब ड्राइवर और दो अन्य अज्ञात आरोपियों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

क्या थी घटना?

यह घटना गुरुवार रात करीब 11:15 बजे की है। 28 वर्षीय महिला पायलट दक्षिण मुंबई के एक रेस्तरां से खाना खाने के बाद अपने घर घाटकोपर लौट रही थीं। उनके पति जो भारतीय नौसेना में अधिकारी हैं ने उनके लिए उबर कैब बुक की थी। शिकायत के अनुसार कैब के सफर के लगभग 25 मिनट बाद ड्राइवर ने अचानक रास्ता बदल दिया। इसके बाद दो अजनबी पुरुष कैब में घुस आए जिनमें से एक महिला के साथ पिछली सीट पर बैठ गया। महिला पायलट का आरोप है कि पीछे बैठे इस शख्स ने उन्हें गलत तरीके से छूना शुरू कर दिया।

विरोध करने पर मिली धमकी, पुलिस चेकिंग देख फरार हुए आरोपी

पीड़िता ने जब इस हरकत का विरोध किया और आरोपी को फटकारा तो उसने उन्हें धमकी दी। चौंकाने वाली बात यह है कि इस दौरान कैब ड्राइवर ने कोई हस्तक्षेप नहीं किया। कुछ दूर जाने पर जब आरोपियों ने देखा कि आगे पुलिस की चेकिंग चल रही है तो दोनों पुरुष यात्री कैब से उतरकर तुरंत फरार हो गए। महिला किसी तरह घर पहुँची।

अगली सुबह महिला ने यह पूरी घटना अपने पति को बताई जिसके बाद दोनों ने मिलकर घाटकोपर पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज करवाई।

पुलिस ने दर्ज की FIR, महिला सुरक्षा पर उठे सवाल

पुलिस ने कैब ड्राइवर और दोनों अज्ञात आरोपियों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 75(1) (यौन उत्पीड़न), 351(2) (आपराधिक धमकी) और 3(5) (साझा इरादा) के तहत प्राथमिकी (FIR) दर्ज की है। पुलिस का कहना है कि मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच तेज़ कर दी गई है और आरोपियों की तलाश जारी है।

इस घटना के बाद ऐप-आधारित टैक्सी सेवाओं में महिला सुरक्षा, उनकी निगरानी और जवाबदेही पर एक बार फिर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। यह घटना बताती है कि सार्वजनिक परिवहन में भी महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए और भी कड़े कदम उठाने की ज़रूरत है।


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Content Editor

Rohini Oberoi

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