तीसरे कार्यकाल में मोदी सरकार 5 साल पूरे करेगी या नहीं?, इस JDU नेता के बयान ने कर दिया साफ
punjabkesari.in Thursday, Sep 05, 2024 - 08:02 PM (IST)
नई दिल्लीः भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अहम सहयोगी दल जद (यू) के नेता के. सी. त्यागी का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की गठबंधन सरकार पूरी तरह सुरक्षित है और यह आसानी से अपना कार्यकाल पूरा करेगी तथा उसे विपक्ष या सहयोगियों से कोई खतरा नहीं है। जनता दल (यूनाइटेड) के प्रवक्ता पद से इस्तीफा देने के कुछ दिनों बाद त्यागी ने कहा कि उनका रुख हमेशा पार्टी की विचारधारा के अनुरूप रहा। इसके साथ ही उन्होंने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में पूरा भरोसा जताया। राजनीतिक टिप्पणीकारों के अनुसार, पार्टी प्रवक्ता पद से उनका इस्तीफा विभिन्न मुद्दों पर उनके स्पष्ट बयानों का परिणाम था, जिनसे सरकार को असहज स्थिति का सामना करना पड़ता था।
त्यागी ने इस बात को खारिज कर दिया कि इजराइल-हमास युद्ध और वरिष्ठ सरकारी पदों पर ‘लेटरल एंट्री' जैसे मुद्दों पर उनके बयानों से उनकी पार्टी के कई सहयोगी असहज थे। उन्होंने कहा कि उनके लिए जद (यू) का मतलब नीतीश कुमार हैं जो पार्टी के अध्यक्ष भी हैं। पांच दशक से अधिक समय से समाजवादी राजनीति में सक्रिय त्यागी ने कहा, ‘‘मैं जद (यू) में केवल नीतीश कुमार के लिए हूं। वह मेरे मित्र और नेता हैं। (सिर्फ) उनकी चिंताएं मेरे लिए मायने रखती हैं।'' उन्होंने कहा कि वह जद (यू) कभी नहीं छोड़ेंगे और कुमार को छोड़ना उनके स्वभाव में नहीं है। त्यागी हालांकि नीतीश कुमार (73) के नेतृत्व से आगे पार्टी के भविष्य को लेकर सतर्क दिखे। प्रतिद्वंद्वी राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के विपरीत जद (यू) में नेतृत्व की स्पष्ट दूसरी पंक्ति नहीं दिख रही है।
नीतीश कुमार जैसा कोई नहीं
आरजेडी में तेजस्वी यादव को उनके पिता लालू प्रसाद के राजनीतिक उत्तराधिकारी के रूप में स्वीकार किया गया है। लालू प्रसाद पिछले कुछ समय से स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे हैं। त्यागी ने जोर दिया कि नीतीश कुमार के करिश्मे की बराबरी कोई भी नेता नहीं कर सकता। उन्होंने कहा, ‘‘नीतीश कुमार जैसा कोई नहीं है।'' उन्होंने बिहार के सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहने वाले नीतीश कुमार की ईमानदारी, जातिवाद की कमी और राज्य में सुशासन लाने के लिए प्रशंसा की। उन्होंने कहा, ‘‘मैंने मुलायम सिंह यादव, लालू प्रसाद और कई अन्य समाजवादियों के साथ काम किया है। नीतीश जैसा कोई नहीं है।''
त्यागी ने कहा कि वह लंबे समय से नीतीश कुमार से उन्हें प्रवक्ता पद से मुक्त करने के लिए कह रहे थे, और पार्टी अध्यक्ष ने उन्हें राजनीतिक सलाहकार के रूप में अपने पद पर बने रहने को कहा। उन्होंने कहा कि ‘लेटरल एंट्री' का उनका विरोध समाजवादी राजनीति के अनुरूप था और फलस्तीन के लिए समर्थन भारत की ऐतिहासिक स्थिति को दर्शाता है।
त्यागी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के एकमात्र नेता थे जिन्होंने कुछ विपक्षी सांसदों और अन्य लोगों के साथ एक बयान पर हस्ताक्षर किए, जिसमें उन्होंने फलस्तीनियों के ‘नरसंहार' के लिए इजराइल की निंदा की और भारत से इजराइल को किसी भी तरह के हथियार की आपूर्ति नहीं करने के लिए कहा। मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, "सरकार को कोई खतरा नहीं है। इसे कहीं से भी कोई चुनौती नहीं है, न विपक्ष से और न ही अपने सहयोगियों से। यह अपना कार्यकाल पूरा करेगी।" वरिष्ठ समाजवादी नेता ने जवाहरलाल नेहरू और अटल बिहारी वाजपेयी की भी सराहना की, जो भारतीय लोकतंत्र के लिए "लोकतांत्रिक रूप से उपयुक्त" प्रधानमंत्री थे।
त्यागी ने कहा कि नेहरू को अपनी गलतियों के लिए माफी मांगने में कोई हिचक नहीं थी, वहीं वाजपेयी ने पहले वामपंथियों को विरोध करने के लिए उकसाया और फिर इसका इस्तेमाल इराक युद्ध में भारत को शामिल करने के अमेरिका के प्रयास को नाकाम करने के लिए किया। उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें लोकसभा चुनाव में कांग्रेस का एक मजबूत विपक्ष के रूप में उभरना अच्छा लगा। उन्होंने कहा कि यह लोकतंत्र के लिए अच्छा है।
कांग्रेस पर कसा तंज
हालांकि, त्यागी ने कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा कि राहुल गांधी अब अन्य पिछड़े वर्ग के हितों की वकालत कर रहे हैं, लेकिन उनके पिता राजीव गांधी ने मंडल आयोग की रिपोर्ट लागू करने के वीपी सिंह सरकार के फैसले का विरोध करने के लिए संसद में ढाई घंटे से अधिक देर तक भाषण दिया था। नीतीश कुमार के गठबंधन बदलने के इतिहास पर उन्होंने कहा कि हर पार्टी ने अपने विरोधियों से हाथ मिलाया है। उन्होंने कई उदाहरण दिए, जिनमें कांग्रेस का द्रमुक के साथ जाना और भाजपा का नेशनल कॉन्फ्रेंस और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी, दोनों से अलग-अलग समय पर हाथ मिलाना शामिल है। उन्होंने मजाकिया लहजे में कहा कि नीतीश कुमार थोड़े ज्यादा बदनाम हो गए हैं। त्यागी ने जोर दिया कि समाजवादी नेता कुमार अब कहीं नहीं जाएंगे और भाजपा के साथ ही रहेंगे।