अचानक खड़े होते ही चक्कर आते हैं? ना करें नजरअंदाज हो सकती है गंभीर बिमारी
punjabkesari.in Sunday, Jul 13, 2025 - 09:13 PM (IST)

नेशनल डेस्क : अक्सर देखा गया है कि लोग जब लेटने या लंबे समय तक बैठने के बाद अचानक खड़े होते हैं, तो उन्हें चक्कर आने लगता है, आंखों के सामने धुंधलापन छा जाता है या कमजोरी महसूस होती है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि यह स्थिति सामान्य नहीं है और इसे हल्के में नहीं लेना चाहिए। यह एक प्रकार का लो ब्लड प्रेशर हो सकता है, जिसे मेडिकल भाषा में ऑर्थोस्टेटिक हाइपोटेंशन या पोस्चरल हाइपोटेंशन कहा जाता है।
क्यों घटता है ब्लड प्रेशर
विशेषज्ञों के अनुसार, जब कोई व्यक्ति अचानक खड़ा होता है तो गुरुत्वाकर्षण के प्रभाव से शरीर का रक्त नीचे की ओर यानी पैरों में जमा हो जाता है। इससे दिल की ओर लौटने वाला रक्त कम हो जाता है और अचानक ब्लड प्रेशर गिरने लगता है। इस स्थिति में शरीर प्रतिक्रिया स्वरूप दिल की धड़कन तेज कर देता है और रक्त कोशिकाएं संकुचित होती हैं ताकि ब्लड सर्कुलेशन सामान्य बना रहे। हालांकि, कुछ लोगों में यह प्रतिक्रिया कमजोर होती है, जिससे चक्कर, धुंधलापन या बेहोशी की स्थिति उत्पन्न हो सकती है।
किन लोगों को होता है खतरा
ऑर्थोस्टेटिक हाइपोटेंशन का खतरा विशेष रूप से बुजुर्गों में अधिक होता है। इसके अलावा, डिहाइड्रेशन की समस्या से जूझ रहे लोग या कुछ विशेष दवाओं का सेवन करने वाले व्यक्तियों में भी इसका खतरा ज्यादा होता है। इसके प्रमुख लक्षणों में अचानक खड़े होते ही चक्कर आना, सिर का घूमना, आंखों का धुंधलापन, कमजोरी, थकावट, मतली और गंभीर स्थिति में बेहोश हो जाना शामिल है। हालांकि, ये लक्षण बैठने या लेटने के बाद कुछ ही समय में ठीक हो जाते हैं, लेकिन अगर ऐसा बार-बार हो रहा है, तो यह एक गंभीर संकेत हो सकता है।
नहीं करना चाहिए नजरअंदाज
डॉक्टरों का कहना है कि बार-बार बेहोशी या खड़े होते ही चक्कर आने जैसी स्थिति को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। यह किसी बड़ी चिकित्सकीय समस्या का लक्षण हो सकता है, जैसे कि नर्वस सिस्टम में गड़बड़ी, हृदय संबंधी रोग या न्यूरोलॉजिकल समस्या। ऐसी स्थिति में तुरंत डॉक्टर से परामर्श लेना आवश्यक है।
कैसे बच सकते हैं
इस समस्या से बचाव के लिए विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि अगर आप लंबे समय तक बैठे या लेटे रहे हैं, तो खड़े होने से पहले धीरे-धीरे उठें, विशेषकर बिस्तर से उठते समय। दिनभर पर्याप्त मात्रा में पानी पीते रहें ताकि डिहाइड्रेशन की समस्या न हो। जरूरत हो तो कॉम्प्रेशन स्टॉकिंग्स पहनें जिससे पैरों में ब्लड पूलिंग न हो। भारी भोजन से परहेज करें और हल्का, सुपाच्य भोजन लें। साथ ही, रोजाना हल्की फिजिकल एक्टिविटी या एक्सरसाइज करते रहें ताकि शरीर में ब्लड सर्कुलेशन बेहतर बना रहे। यदि यह समस्या बार-बार सामने आ रही है, तो सतर्क रहना जरूरी है क्योंकि यह केवल साधारण चक्कर नहीं, बल्कि आपके स्वास्थ्य से जुड़ी बड़ी चेतावनी भी हो सकती है।