3 करोड़ बच्चे, 3 जानलेवा बीमारियां – WHO की डरावनी चेतावनी... 1.43 करोड़ बच्चों को वैक्सीन की एक भी डोज नहीं
punjabkesari.in Friday, Jul 18, 2025 - 04:24 PM (IST)

नेशनल डेस्क: WHO‑UNICEF की रिपोर्ट में कहा गया है कि मीज़ल्स, मम्प्स और रूबेला (MMR) की खुराक पूरी नहीं मिलने की वजह से दुनियाभर में लगभग 3 करोड़ बच्चे इन खतरनाक बीमारियों से अप्रभावित रह गए हैं। इनमें से करीब 1.43 करोड़ बच्चों को एक भी वैक्सीन डोज नहीं मिला- यानि वे पूरी तरह असुरक्षित हैं।
क्यों बढ़ा यह खतरा?
कोविड‑19 महामारी के कारण सामान्य टीकाकरण कार्यक्रम बाधित हो गए, जिससे बच्चों को MMR वैक्सीन नहीं मिल पाई । WHO के आंकड़ों के अनुसार दुनिया में MMR की दूसरी खुराक मात्र 76‑84% बच्चों को मिली- जो महामारी‑रोधी समूह प्रतिरक्षा (herd immunity) के जरूरी 95% से बहुत कम है।
गंभीर संकेत: बीमारी की वापसी
2023 में मीज़ल्स के अनुमानित 10.3 मिलियन मामले, 2022 से 20% अधिक थे, और लगभग 100,000 से अधिक बच्चों की मृत्यु इसी बीमारी के कारण हुई वर्ष 2024 में यूरोप और अमेरिका में रिकॉर्ड मीज़ल्स मामलों की पुष्टि हुई—विश्व स्वास्थ्य नेटवर्क ने इसे पिछले 25 वर्षों में सबसे बड़ी वृद्धि बताया।
भारत में स्थिति कैसी रही?
कोरोना से पहले भारत ने 2017‑21 के बीच मीज़ल्स में 62% गिरावट हासिल की थी लेकिन कोविड‑19 के बाद टीकाकरण कार्यक्रम में व्यवधान के कारण पुनः जोखिम बढ़ा है। विशेषज्ञों का कहना है कि अब जागरूकता और व्यापक कवरेज की जरूरत है।
क्या कर सकते हैं अभिभावक?
यदि आपके बच्चे को MMR वैक्सीन नहीं मिली, तो तुरंत निकटतम स्वास्थ्य केंद्र या पोलियो अभियान के वक्त संपर्क करें। मेडिकल विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि मीज़ल्स अत्यधिक संक्रामक और जानलेवा हो सकता है, जबकि MMR वैक्सीन सुरक्षित और प्रभावी उपाय हैष