Bank Minimum Balance: इन बैंकों में जीरो बैलेंस रखने पर भी नहीं लगेगा कोई जुर्माना, जानिए मिनिमम बैलेंस की पूरी जानकारी
punjabkesari.in Tuesday, Aug 12, 2025 - 11:25 AM (IST)

नेशनल डेस्क: हाल ही में बैंकिंग क्षेत्र में न्यूनतम बैलेंस (Minimum Balance) को लेकर कई महत्वपूर्ण बदलाव हुए हैं। खासकर ICICI बैंक ने अपने सेविंग्स अकाउंट के लिए न्यूनतम मासिक औसत बैलेंस को 10,000 रुपये से बढ़ाकर 50,000 रुपये कर दिया है। ये बदलाव अगस्त 2025 से नए अकाउंट पर लागू होंगे। वहीं दूसरी ओर, भारतीय स्टेट बैंक (SBI), पंजाब नेशनल बैंक (PNB) और केनरा बैंक जैसे कई अन्य बैंक अपने ग्राहकों को राहत देते हुए मिनिमम बैलेंस की जरूरत खत्म कर रहे हैं। हम आपको विस्तार से बताएंगे कि किन बैंकों में न्यूनतम बैलेंस की जरूरत है, कहां जुर्माना नहीं लगेगा और कौन से बैंक ग्राहकों को जीरो बैलेंस की सुविधा दे रहे हैं।
ICICI बैंक में मिनिमम बैलेंस बढ़ी, ग्राहकों को झटका
ICICI बैंक ने महानगरीय और शहरी शाखाओं में सेविंग्स अकाउंट के लिए न्यूनतम औसत मासिक बैलेंस (MAMB) को 10,000 रुपये से बढ़ाकर 50,000 रुपये कर दिया है। सेमी-अर्बन शाखाओं में यह राशि 5,000 रुपये से बढ़कर 25,000 रुपये हो गई है, जबकि ग्रामीण शाखाओं में यह 5,000 रुपये से बढ़कर 10,000 रुपये हो गई है। यह बदलाव 1 अगस्त 2025 के बाद खोले जाने वाले नए अकाउंट पर लागू होगा। इससे पहले ICICI बैंक का मिनिमम बैलेंस काफी कम था, लेकिन अब यह ग्राहकों के लिए काफी महंगा हो जाएगा। इस बढ़ोतरी से बैंक की आय में बढ़ोतरी तो होगी लेकिन आम ग्राहकों के लिए यह परेशानी की बात है।
बाकी बैंक क्या कर रहे हैं?
दूसरी तरफ, भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने 2020 में ग्रामीण और महानगरों दोनों जगहों के लिए सभी सेविंग्स अकाउंट में न्यूनतम औसत मासिक बैलेंस की आवश्यकता खत्म कर दी थी। इसके बाद पंजाब नेशनल बैंक (PNB) और केनरा बैंक ने भी अपने सभी सेविंग्स अकाउंट में न्यूनतम बैलेंस न रखने पर जुर्माना खत्म कर दिया। इसका मतलब है कि अब इन बैंकों के ग्राहकों को अपने अकाउंट में नियमित रूप से बैलेंस रखने की जरूरत नहीं है और वे बिना जुर्माने के जीरो बैलेंस पर भी अपना अकाउंट चला सकते हैं।
मिनिमम बैलेंस की तुलना — ग्रामीण और शहरी शाखाएं
नीचे दी गई तालिका से आप आसानी से समझ सकते हैं कि किन बैंकों में ग्रामीण और शहरी शाखाओं में मिनिमम बैलेंस कितनी है:
बैंक का नाम | ग्रामीण शाखा (Minimum Balance) | अर्बन/मेट्रो शाखा (Minimum Balance) |
---|---|---|
भारतीय स्टेट बैंक (SBI) | जीरो मिनिमम बैलेंस | जीरो मिनिमम बैलेंस |
यूनियन बैंक ऑफ इंडिया | चेकबुक के साथ: 250 रुपये, बिना चेकबुक: 100 रुपये | चेकबुक के साथ: 1,000 रुपये, बिना चेकबुक: 500 रुपये |
एचडीएफसी बैंक | 2,500 रुपये | 10,000 रुपये |
आईसीआईसीआई बैंक | 10,000 रुपये | 50,000 रुपये |
एक्सिस बैंक | 2,500 रुपये | 12,000 रुपये |
बैंक ऑफ बड़ौदा | 500 रुपये | 2,000 रुपये |
बैंक ऑफ इंडिया | जीरो मिनिमम बैलेंस | जीरो मिनिमम बैलेंस |
जुर्माना लगने की स्थिति
यदि आप किसी बैंक के सेविंग्स अकाउंट में न्यूनतम बैलेंस नहीं रखते हैं, तो अधिकांश बैंक अपने नियमों के अनुसार जुर्माना लगाते हैं। ICICI बैंक ने अपनी बढ़ी हुई मिनिमम बैलेंस के अनुसार जुर्माना भी बढ़ा दिया है, इसलिए यदि आपके अकाउंट में निर्धारित न्यूनतम बैलेंस नहीं होगा तो आपको भारी जुर्माना देना पड़ सकता है। इसके विपरीत, SBI, PNB और केनरा बैंक जैसे कई बैंकों में मिनिमम बैलेंस की जरूरत नहीं होने के कारण जुर्माना भी नहीं लगता। वहीं कुछ बैंक जैसे यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, मिनिमम बैलेंस न रखने पर जुर्माना लगाते हैं, जिसकी राशि शाखा के अनुसार भिन्न हो सकती है।
क्या करें ग्राहक?
यदि आपका अकाउंट ICICI बैंक में है और आप महानगरीय या शहरी क्षेत्र में रहते हैं, तो 1 अगस्त 2025 के बाद नए अकाउंट खोलते समय 50,000 रुपये का मिनिमम बैलेंस जरूर रखें। यदि आप पुराने अकाउंट होल्डर हैं, तो अभी तक आपके अकाउंट पर नया नियम लागू नहीं होगा, लेकिन भविष्य में बदलाव की संभावना बनी रहेगी। अन्य बैंकों जैसे SBI या PNB में अकाउंट खुलवाना अधिक सुविधाजनक हो सकता है, क्योंकि वहां आपको जीरो बैलेंस की सुविधा मिलती है। इसलिए अपने बैंक से जुर्माना नियम और मिनिमम बैलेंस की जानकारी नियमित रूप से जांचते रहें ताकि अनावश्यक शुल्क से बचा जा सके।